भारतीय सिनेमा के इतिहास के दिग्गज फिल्म मेकर रहे सत्यजीत रे की सुपरहिट कल्ट क्लासिक फिल्म 'पाथेर पांचाली' में दुर्गा का किरदार निभाने वाली दिग्गज अभिनेत्री उमा दासगुप्ता का निधन हो गया है। वह 84 साल की थी। उमा के निधन की खबर सामने आते ही फिल्म इंडस्ट्री में मातम पसर गया। बंगाली एक्ट्रेस की मौत की खबर सुन उनके करीबी और फैंस उन्हें सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि देते हुए पोस्ट शेयर कर रहे हैं।
पाथेर पांचाली की दुर्गा नहीं रहीं
उमा के निधन की जानकारी उनके परिवार ने दी है। बताया जा रहा है कि दासगुप्ता लंबे समय से कैंसर से जूझ रही थीं, लेकिन अब वह जिंदगी की जंग हार गईं और उन्होंने कोलकाता के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली। उन्हें 1955 की क्लासिक फिल्म 'पाथेर पांचाली' में दुर्गा रॉय की भूमिका के लिए हमेशा याद किया जाएगा। उमा दासगुप्ता का नाम हमेशा के लिए सिनेमा के इतिहास में अमर हो गया है। उमा ने सोमवार 18 नवंबर की सुबह अंतिम सांस ली। बताया जा रहा है कि सुबह करीब 8 बजे उनकी मौत हो गई। चिरंजीत ने आनंदबाजार पत्रिका को बताया कि सुबह के समय वे उमा की बेटी से मिले और उन्हें पता चला कि उनकी मां अब इस दुनिया में नहीं रहीं। उन्होंने कहा, 'उमा दी की बेटी ने मुझे बताया कि वे अब इस दुनिया में नहीं रहीं। कुछ साल पहले उन्हें कैंसर होने का पता चला था।'
कौन थीं उमा दासगुप्ता?
उमा दासगुप्ता बहुत कम उम्र से ही रंगमंच से जुड़ी हुई थीं। उनके स्कूल के हेडमास्टर निर्देशक सत्यजीत रे के मित्र थे। उनके माध्यम से ही उन्हें 'पाथेर पांचाली' में दुर्गा का रोल मिला था। हालांकि उमा के पिता नहीं चाहते थे कि उनकी बेटी अभिनय में अपना करियर बनाए और चकाचौंध से भरी इस दुनिया से दूर रहे, लेकिन बाद में उन्होंने हां कह दिया। 'पाथेर पांचाली' के बाद, उमा ने गिनी-चुनी फिल्मों में काम किया।
उपन्यास पर आधारित थी पाथेर पांचाली
उमा दासगुप्ता की 'पाथेर पांचाली' फिल्म बंगाल के महान लेखक विभूतिभूषण बंद्योपाध्याय द्वारा साल 1929 में लिखे गए पाथेर पांचाली उपन्यास पर आधारित थी। उमा की इस फिल्म ने राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समेत कई अंतरराष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीते थे।