80-90 के दशक में बॉलीवुड में एक ऐसी हसीना के जलवे देखने को मिले जो विदेश से आई थीं। उन्होंने उस दौर के सभी बड़े स्टार्स के साथ बतौर लीड हीरोइन काम किया। गोविंद की फिल्मों में उनका चार्म देखने को मिला। आमिर खान से लेकर जैकी श्रॉफ जैसे सितारों की फिल्मों में ये हसीना छाई नजर आई, लेकिन आज कल ये फिल्मों से गायब हो गई हैं। कमबैक की कोशिश में लगी एक्ट्रेस ने हाल में ही एक नेटफ्लिक्स शो किया है, जिसकी काफी चर्चा है। ये शो 'फैबुलस लाइव्स ऑफ बॉलीवुड वाइव्स' है। इस शो में नजर आ रही कई हसीनाओं में से सबसे आइकॉनिक रही नीलम कोठारी की हम बात कर रहे हैं। एक दौर में एक्ट्रेस ने बड़े पर्दे पर राज किया और अपनी खूबसूरती से लोगों को दीवाना बना दिया था।
शुभमन गिल की हैं दीवानी
नीलम कोठारी की चर्चा बॉलीवुड में डेब्यू के साथ ही होने लगी थी और इसकी वजह उनका स्टाइल और ग्लैमर था। हांगकांग में पैदा हुईं नीलम कोठारी के पिता गुजराती जैन थे जबकि उनकी मां ईरानी थीं। एक्ट्रेस का फैमिली बिजनेस ज्वेलरी मेकिंग का था। एक्टिंग छोड़ने के बाद एक्ट्रेस भी अपने फैमिली बिजनेस में लग गई और अब वो एक नामी ज्वेलरी डिजाइनर हैं। एक्ट्रेस ने अपना टीनेज बैंकॉक में गुजारा और अब वो 'फैबुलस लाइव्स ऑफ बॉलीवुड वाइव्स' से धमाल मचा रही हैं। इसी शो के दौरान उन्होंने एक खुलासा किया। उन्होंने बताया कि उन्हें शुभमन गिल पसंद हैं। एक्ट्रेस ने उन्हें अपना लेटेस्ट क्रश और हार्ट थ्रोब कहा। उनकी बात में बाकी हसीनाएं भी हामी भरती नजर आईं और उन सभी ने कहा कि वो अच्छा खेलते हैं और उनके लुक्स काफी अच्छे हैं।
एक्टर से रहा अफेयर फिर टूटी पहली शादी
बता दें, नीलम कोठारी फिल्मों में काम करने के दौरान गोविंदा संग अफेयर को लेकर चर्चा में रहीं। कहा जाता है कि एक्टर उनसे शादी करना चाहते थे, जबकि वो पहले से सुनीता से शादीशुदा थे। गोविंदा की मां बीच में आईं और एक्टर का रिश्ता खत्म करा दिया। इसके बाद नीलम कोठारी की पहली शादी हुई, जिसका जिक्र उन्होंने शो में भी किया और बताया कि परिवार और पहले पति की छोटी सोच के चलते उनका रिश्ता टूट गया। एक्ट्रेस का दावा है कि परिवार उन्हें बंदिश में रखता था और उन्हें अपने पसंद के कपड़े पहनने की भी आजादी नहीं थी। एक्ट्रेस के पहले पति का नाम ऋषि सेठिया था। इसके बाद एक्ट्रेस की दूसरी शादी साल 2011 में एक्टर समीर सोनी से हुई।
इन फिल्मों में किया काम
नीलम ने खुलासा किया था कि छुट्टियों में वो मुंबई आई थी और इसी दौरान उन पर डायरेक्टर रमेश बहल की नजर पड़ी और उन्होंने कास्ट कर दिया। साल 1984 में वो 'जवानी' से डेब्यू की और फिर एक के बाद एक कई फिल्मों में नजर आईं। उनकी फिल्मों पर नजर डाले तो 'लव 86' (1986), 'इल्जाम' (1986), 'सिन्दूर' (1987), 'खुदगर्ज' (1987), 'हत्या' (1988), 'फर्ज की जंग' (1989), 'बिल्लू बादशाह' (1989), 'ताकतवर' (1989) जैसी कई फिल्में शामिल हैं।