Thursday, November 21, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. मनोरंजन
  3. बॉलीवुड
  4. 5 लाख किसानों के 2-2 रुपये से बनी थी बॉलीवुड की ये फिल्म, आज कहलाती है कल्ट क्लासिक

5 लाख किसानों के 2-2 रुपये से बनी थी बॉलीवुड की ये फिल्म, आज कहलाती है कल्ट क्लासिक

बॉलीवुड सिनेमा में कई फिल्में ऐसी बनीं जो कल्ट क्लासिक कहलाईं। सालों बाद भी इन फिल्मों को लोग देखना पसंद करते हैं। इन फिल्मों में से एक है 'मंथन', जिसे बनाने के लिए भारतीय किसानों ने बड़ा योगदान दिया था।

Written By: Jaya Dwivedie @JDwivedie
Published on: May 22, 2024 13:12 IST
smita patel girish karnad- India TV Hindi
Image Source : INSTAGRAM स्मिता पाटिल और गिरीश कर्नाड।

हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री में आज एक से बढ़कर एक फिल्में में बन रही हैं। इन फिल्मों के लिए पहले से ही बजट की प्लानिंग की जा रही है, जिसके लिए फाइनेंसर और प्रोड्यूसर्स जुटाए जाते हैं। अब कई एक्टर्स भी ऐसे हैं जो खुद अपनी फिल्मों में पैसे लगाते हैं, लेकिन एक दौर ऐसा भी था कि कलाकार, लेखक, डायरेक्टर तो फिल्म बनाने के लिए मिल जाते थे, लेकिन कोई प्रोड्यूसर तैयार नहीं होता था। फिल्मों में लोग बहुत सोच समझकर ही पैसे लगाते थे। नफा-नुकसान किसी को रिची-रिच तो किसी रोड पर ला देता था। कई प्रोड्यूसर सिर्फ बिग बजट और बड़े एक्टर्स की फिल्मों में ही पैसे लगाते थे। कुछ सालों पहले भी एक ऐसी फिल्म बनीं जिसके लिए कोई पैसा लगाने को तैयार नहीं था, लेकिन जब ये फिल्म बनकर तैयार हुई तो ये कल्ट क्लासिक बन गई। इस फिल्म को क्राउड फंडिंग के जरिए बनाया गया था। 

फिल्म के लिए की गई क्राउड फंडिंग

साल 1976 में रिलीज हुई 'मंथन' के लिए क्राउड फंडिंग की गई थी। भारत में इस फिल्म ने इतिहास रच दिया था और ये क्राउड फंडिंग से बनी पहली फिल्म बन गई थी। हाल में ही 77वें कान्स फिल्म फेस्टिवल में इसकी स्क्रीनिंग हुई। इस फिल्म में दिवंगत अभिनेत्री स्मिता पाटिल लीड रोल में थीं। उनके साथ गिरीश कर्नाड, कुलभूषण खरबंदा, नसीरुद्दीन शाह, मोहन अगाशे, अनंत नाग और अमरीश पुरी भी मुख्य रोल में थे। इसे श्याम बेनेगल ने डायरेक्ट किया। हर किरदार सटीक बैठा था, लेकिन इस फिल्म को बनाने के लिए श्याम बेनेगल कई पापड़ बेले थे। 

manthan

Image Source : X
स्मिता पाटिल और नसीरुद्दीन शाह। (फिल्म का सीन)

इस तरह बन पाई फिल्म

नसीरुद्दीन शाह उस वक्त नए-नए थे। उन्होंने आर्ट सिनेमा में अपना पैर जमाना शुरू ही किया था। वहीं गिरीश कर्नाड टॉप आर्ट एक्टर रहे। फिल्म में अमरीश पुरी का दमदार निगेटिव रोल रहा। 134 मिनट की इस फिल्म में डेरी कूपरेटिव मूवमेंट को दिखाया गया। फिल्म की कहानी वर्गीस कुरियन से ली गई। उन्हें दूध उत्पादन क्रांति के लिए जाना जाता है। फिल्म में गिरिश ने  'मिल्कमैन ऑफ इंडिया' कहे जाने वाले वर्गीस कुरियन किरदार निभाया था। स्मिता पाटिल गांव की महिलाओं को मुख्य तौर पर दिखाती नजर आईं। इस फिल्म को बनाने के लिए गुजरात के मिल्क उत्पादन समूह वाले 5 लाख किसानों ने 2-2 रुपए दिए तब जाकर फिल्म बन पाई। इस फिल्म की रिलीज के बाद ये किसान ट्रकों में भरकर फिल्म देखने पहुंचे थे।

Latest Bollywood News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Bollywood News in Hindi के लिए क्लिक करें मनोरंजन सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement