नाना पाटेकर का जिक्र जब भी आता है, दर्शकों की आंखों के सामने से परिंदा, प्रहार, क्रांतिवीर और तिरंगा जैसी फिल्मों के विजुअल घूम जाते हैं, जिनमें अपनी अदाकारी से उन्होंने हर किसी को इंप्रेस किया। नाना पाटेकर की गिनती इंडस्ट्री के उन कलाकारों में होती है, जिन्होंने हमेशा कुछ हटकर किया है। हर फिल्म में उनका अलग अंदाज देखने को मिलता है। नाना पाटेकर ने अपने हर किरदार को उस शिद्दत के साथ निभाया कि हर रोल यादगार बन गया। आज भी उनके डायलॉग सोशल मीडिया पर छाए रहते हैं।
1996 में रिलीज हुई थीं दोनों फिल्में
लेकिन, क्या आप उनकी उन दो फिल्मों के बारे में जानते हैं, जो एक ही साल रिलीज हुईं और इन दोनों ही फिल्मों में उनके साथ एक ही एक्ट्रेस नजर आई। लेकिन, इन दोनों ही फिल्मों में से एक में ये हीरोइन उनकी बेटी और फिर दूसरी में पत्नी बनी दिखी। क्या आप इन दो फिल्मों के नाम और एक्ट्रेस का नाम बता सकते हैं?
अग्निसाक्षी में निभाया मनीषा के पति का किरदार
अगर आप इन दो फिल्मों और एक्ट्रेस का नाम नहीं बता पा रहे हैं तो चलिए आपको कुछ हिंट दे देते हैं। नाना पाटेकर की ये दोनों ही फिल्में 1996 में रिलीज हुई थीं। पहली फिल्म थी संजय लीला भंसाली के निर्देशन में बनी 'खामोशी' और दूसरी थी 'अग्निसाक्षी'। नाना पाटेकर के साथ इन दोनों ही फिल्मों में मनीषा कोइराला लीड नजर आई थीं। अग्निसाक्षी हॉलीवुड फिल्म 'स्लीपिंग विद एनीमीज' की रीमेक थी।
अग्निसाक्षी के लिए मिला था बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का नेशनल अवॉर्ड
'अग्निसाक्षी' की बात करें तो पार्थो घोष के निर्देशन में बनी फिल्म में नाना पाटेकर ने मनीषा कोइराला के पति का किरदार निभाया था। फिल्म में इन दो कलाकारों के अलावा जैकी श्रॉफ भी थे। ये फिल्म 15 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी, जिसे दर्शकों से जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला था। ये फिल्म 4.75 करोड़ के बजट में बनकर तैयार हुई थी और बॉक्स ऑफिस पर 31.34 करोड़ का कलेक्शन किया था, जो कि उस दौर के हिसाब से काफी ज्यादा था। यही नहीं, अग्निसाक्षी के लिए नाना पाटेकर को बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का नेशनल अवॉर्ड भी मिला था।
खामोशी में नाना पाटेकर ने मनीषा के पिता का किरदार निभाया था
खामोशीः द म्यूजिकल में मनीषा कोइराला और सलमान खान लीड रोल में थे, जिसमें नाना पाटेकर ने मनीषा के पिता का किरदार निभाया था। करीब 6 करोड़ के बजट में बनी इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 14.26 करोड़ के आस-पास कलेक्शन किया था। फिल्म 9 अगस्त 1996 को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी, जिसे अब 28 साल पूरे हो चुके हैं।