अभिनेत्री ममता कुलकर्णी ड्रग्स से जुड़े एक मामले में बड़ी राहत मिली है। बीते दिनों बॉम्बे हाईकोर्ट ने सबूत पूरे न होने की वजह से कुलकर्णी के खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्द कर दिया है। एक्ट्रेस ममता ने एक याचिका दर्ज कराई थी और कहा था कि उन्हें ड्रग कांड में फंसाया जा रहा है। उनकी याचिका पर सुनवाई के बाद बॉम्बे हाईकोर्ट ने नया फैसला लेते हुए एफआईआर में उनके ऊपर लगाए गए आरोपों के अलावा कुलकर्णी के खिलाफ कोई सबूत नहीं होने पर उन्हें ड्रग्स मामले में बरी कर दिया है।
ममता कुलकर्णी को बॉम्बे हाईकोर्ट से मिली राहत
हाईकोर्ट ने ममता कुलकर्णी के खिलाफ चल रहे है 2000 करोड़ के ड्रग तस्करी के मामले को रद्द कर दिया है। एक्ट्रेस पर अपने पति विक्की गोस्वामी के साथ ड्रग्स तस्करी करने का आरोप लगाया था। कोर्ट ने कहा कि ममता के खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं है। इस वजह से इस केस को बंद किया जाता है। जस्टिस भारती डांगरे और जस्टिस मंजुशा देशमुख की बेंच ने कुलकर्णी के खिलाफ ड्रग्स केस को रद्द कर दिया है।
ममता कुलकर्णी ड्रग्स मामले में हुईं बरी
बता दें कि एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी अपने पति के साथ केन्या शिफ्ट होने से पहले 50 हिंदी फिल्मों में काम कर चुकी हैं। एक्ट्रेस के पति विक्की गोस्वामी ड्रग माफिया हैं जो नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट, 1985 के तहत नियंत्रित पदार्थ एफेड्रिन के निर्माण और खरीद के पीछे कथित मास्टरमाइंड के रूप में फंसे हुए हैं। इस मामले में एक्ट्रेस के वकील ने साल 2018 में हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। एक्ट्रेस ने अपनी याचिका में कहा था कि उन पर लगे सभी आरोप बेबुनियाद वो इस मामले में बेकसूर है। एक्ट्रेस ने अपने खिलाफ इस केस को रद्द करने की मांग भी की थी।
2016 के ड्रग तस्करी में फंसी थी ममता कुलकर्णी
ममता कुलकर्णी ने राज कुमार और नाना पाटेकर की 1992 की फिल्म 'तिरंगा' से अपनी शुरुआत की। ममता ने 1990 के दशक में 'करण अर्जुन', 'क्रांतिवीर', 'वक्त हमारा है', 'सबसे बड़ा खिलाड़ी' जैसी फिल्मों में काम किया है। सिल्वर स्क्रीन से दूर रहने वाली अभिनेत्री 2016 के ड्रग तस्करी मामले में आरोपियों में से एक थी, जिसमें 2000 करोड़ रुपये की इफेड्रिन जब्त की गई थी।