Highlights
- लता मंगेशकर का 92 साल की उम्र में निधन हो गया।
- लता मंगेशकर के भाई हृदयनाथ मंगेशकर ने उन्हें मुखाग्नि दी।
तिरपवनंतपुरम: केरल की कोकिला के.एस. चित्रा ने कहा कि लता मंगेशकर एक महान गायिका थीं, जिन्होंने अपने महान गीतों से संगीत को अमर कर दिया है। आज भारत ने अपनी आवाज खो दी है। चित्रा ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि उनके 80 वें जन्मदिन के दौरान, मैंने उनके गीतों को प्रस्तुत करते हुए एक संगीत एल्बम गाया था और उन्हें भेजा था। उन्होंने इसे प्राप्त करने के बाद मुझे फोन किया था। बाद में मैं उनसे एक कार्यक्रम के दौरान मुंबई में मिली और उनके सामने उनका पसंदीदा गीत गाया।
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दिग्गज मलयालम गायिका पी. जयचंद्रन ने कहा कि लता मंगेशकर संगीत की सर्वकालिक महान हस्तियों में से एक थीं और उनके जाने से संगीत की दुनिया और भी गरीब हो गई है। उन्होंने यह भी कहा कि लता मंगेशकर की आवाज अमर है। उन्होंने बताया कि उन्हें लताजी से मिलने और बातचीत करने का अवसर मिला था।
मलयालम की एक और महान गायिका पी. सुजाता ने कहा कि लता मंगेशकर ने अपनी सुंदर और मधुर आवाज से संगीत को एक अलग स्तर पर पहुँचाया था। उन्होंने कहा कि लताजी देवी सरस्वती की अवतार हैं और वह हमारी पीढ़ी के संगीतकारों के लिए आदर्श थी और आने वाली पीढ़ियों के लिए भी आदर्श होंगी।
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संगीत निर्देशक एम. जयचंद्रन ने कहा कि वह हर रात लताजी की आवाज सुनकर सोते थे। उन्होंने कहा कि वह लता मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त करते हैं। उन्हें ऐसा लग रहा कि उनके परिवार में कोई दुनिया छोड़कर चला गया है।
दिग्गज गीतकार श्रीकुमारन थम्पी ने कहा कि लता मंगेशकर संगीत की एक प्रतिमूर्ति थीं और उन्हें सही मायने में भारत की कोकिला का नाम दिया गया था। उन्होंने कहा कि लताजी के गीत ने दिवंगत प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की आंखों में आंसू ला दिए थे।
इनपुट-आईएएनएस