Mahesh Bhatt Birthday : महेश भट्ट बॉलीवुड के माने-जाने डायरेक्टर्स में से एक माने जाते है।महेश ने हिंदी सिनेमा को एक से बढ़कर एक हिट फिल्में दी हैं। जिसमें ‘राज’, ‘जिस्म’, ‘पाप’, ‘मर्डर’, ‘रोग’, ‘जहर’, ‘मर्डर 2’, ‘जिस्म 2’ जैसी कई बोल्ड फिल्मों के के नाम शामिल है। महेश भट्ट की फिल्मों का कंटेंट लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच लेता था।लेकिन बेहद कम लोगों को ही पता है कि महेश भट्ट की असल ज़िंदगी भी फिल्मी दुनिया से कम नहीं है। उनकी निजी जिंदगी में भी काफी कुछ ऐसा हुआ है, जिसके बारे में सुनकर ही लोगों के होश उड़ जाते हैं। शुरुआत से ही महेश भट्ट की लाइफ कंट्रोवर्सी में रही है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि महेश की लाइफ में कंट्रोवर्सी की शुरुआत की एक बड़ी वजह उनके माता-पिता रहे हैं।
बचपन में नहीं मिला महेश भट्ट को पापा का नाम
दरअसल ,महेश भट्ट की मां शिरीन मोहम्मद अली मुस्लिम थीं और पिता नानाभाई भट्ट हिंदू जो गुजराती और हिंदी फिल्मों के डायरेक्टर और प्रोड्यूसर थे, लेकिन पिता ने कभी उनकी मां से शादी नहीं की।महेश की मां की कोई पहचान नहीं थी जिसकी वजह से महेश भट्ट के रिपोर्ट कार्ड पर मामा का साइन हुआ करता था और सरनेम लिखते हुए उनका हाथ हमेशा कांपा करता था। कुछ सालों बाद महेश भट्ट की ज़िंदगी में एक ऐसा दौर भी आया जब उनको किसी से प्यार हुआ। वह शख्स थी लॉरेन ब्राइट।दोनों की पहली मुलाकात उन दिनों हुई थी जब महेश भट्ट कॉलेज में पढ़ते थे और लोरिएन बॉम्बे स्कॉटिश अनाथालय में पढ़ती थीं। दोनों की दोस्ती हुई और फिर प्यार भी शुरू हो गया।
20 साल की उम्र में महेश ने की थी लॉरेन से शादी
वहीं महेश से शादी करने के लिए लॉरेन ने अपना नाम बदलकर किरण रख लिया और उन्होंने महेश भट्ट से शादी कर ली। जब उनकी शादी हुई तब महेश भट्ट 20 साल के थे और जब वह 21 के हुए तो उन्हें एक बेटी हुई, जिसका नाम उन्होंने पूजा भट्ट रखा।
शादीशुदा होते हुए भी महेश का दिल परवीन बाबी पर आया
महेश और किरण की जिंदगी में सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन एक के बाद एक महेश की फिल्में पिटने लगीं। उन्होंने अपने परिवार पर ध्यान देना कम कर दिया और उसी वक्त उनकी जिंदगी में आईं परवीन बाबी। दोनों के रिश्ते उस दौर में खूब सुर्खियां बटोरा करते थे। कहा ये भी जाता है कि परवीन के लिए महेश भट्ट ने किरण को छोड़ दिया और दोनों ने लिव इन में रहना शुरू कर दिया। महेश ने कभी किरण को तलाक नहीं दिया, लेकिन दोनों अलग हो गए। परवीन बाबी की मानसिक हालत ठीक नहीं थी और इसके कारण 1979 में महेश ने लिव इन में रहने के दो साल बाद ही महेश परवीन को छोड़कर आ गए।
किरण भट्ट से दोबारा हुआ प्यार
परवीन को छोड़ने के बाद महेश भट्ट दोबारा किरण के पास आ गए। उनका टूटा हुआ रिश्ता फिर से ठीक होने लगा और 1982 में राहुल भट्ट का जन्म हुआ।लेकिन कही न कही महेश किरण के साथ रहते हुए नए प्यार की तलाश कर रहे थे और उनकी ये तलाश सोनी राजदान पर खत्म हुई।
ऐसे मिले थे आलिया भट्ट के मम्मी पापा
सोनी और महेश की मुलाकात फिल्म 'सारांश' की शूटिंग के दौरान हुई थी। इसके बाद दोनों का प्यार परवान चढ़ने लगा और दोनों ने शादी करने का फैसला लिया। लेकिन महेश भट्ट अपनी पहली पत्नी किरण को तलाक नहीं देना चाहते थे। इसलिए उन्होंने इस्लाम धर्म अपना कर सोनी राजदान से शादी की। सोनी राजदान से उन्हें दो बेटियां शाहीन भट्ट और आलिया भट्ट हुईं। आलिया भट्ट आज बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेसेज़ में से एक हैं। बता दें कि महेश भट्ट अपनी बड़ी बेटी पूजा भट्ट को किस करने के चलते भी खूब सुर्खियों में रहे थे। दोनों के किसिंग पर काफी विवाद हुआ था।
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