Highlights
- 33 साल की उम्र में लता मंगेशकर को दिया गया था जहर
- इस घटना को सबसे दर्दनाक मानती थीं लताजी
- करीब 3 माह तक जीवन-मौत के बीच चली थी 'लड़ाई'
Lata Mangeshkar Poison Incident: अपनी आवाज से पूरी दुनिया पर राज करने वाली स्वर कोकिला लता मंगेशकर अब हमारे बीच नहीं रहीं। देश में शोक पसरा हुआ है। पीएम मोदी, अमिताभ बच्चन, सलमान खान, जावेद अख्तर से लेकर तमाम लोग लताजी को याद कर रहे हैं। आज उनको खोने का गम भला किसे नहीं है। बता दें, एक दर्दनाक हादसा लता मंगेशकर के जीवन में घटा था जिसको वो कभी याद नहीं करना चाहती थीं।
बताया जाता है कि, लता मंगेशकर को जान से मारने के लिए धीमा जहर दिया गया था। इसके बाद उनका शरीर कमजोर होता चला गया और फिर इलाज के करीब 3 माह बाद उनको बचाया गया था। उस वक्त लताजी 33 साल की थीं और यह घटना साल 1963 में घटी थी।
एक बार मीडिया से बातचीत के दौरान लताजी ने कहा था कि मंगेशकर परिवार कभी भी इस दर्दनाक घटना को याद नहीं करना चाहता है। हम इसको लेकर कोई बात नहीं करना चाहते हैं। हालांकि, इस साजिश का पर्दाफाश भी हुआ।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस घटना के सामने आते ही लता के घर खाना बनाने वाले कुक फरार हो गया था। लताजी ने खुद बताया था कि उसके बारे में हमें पता चल गया था लेकिन कोई ठोस सुबूत नहीं होने के कारण उसे सजा नहीं मिल पाई। इस तरह से लताजी को मारने की साजिश करने वाला बच गया था।