'करण-अर्जुन' सिनेमाघरों में दोबारा रिलीज होने जा रही है। शाहरुख खान, सलमान खान, राखी गुलार और काजोल के अलावा इस फिल्म में एक और शख्स ऐसा था जिसने इस फिल्म को यादगार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। ये कोई और नहीं बल्कि फिल्म की बिंदिया यानी एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी थी। ममता कुलकर्णी अपने दौर की सबसे दमदार एक्ट्रेस थीं। उनकी एक्टिंग, डांसिंग, लुक्स और अदाओं के लाखों चाहने वाले थे। ममता ने बॉलीवुड के हर टॉप स्टार के साथ काम किया और देखते ही देखते लोगों की पसंदीदा बन गईं। फिल्मों के अलावा एक्ट्रेस का कॉन्ट्रोवर्सी से भी गहरा नाता रहा। वो एक के बाद एक फिल्में तो करती रही, लेकिन हर फिल्म के बाद नए विवाद को भी जन्म देती रहीं। ममता का नाम दो गैंगस्टर्स से जुड़ा और ड्रग तस्करी में भी उनका नाम उछला। फिलहाल एक्ट्रेस अब बी-टाउन का हिस्सा नहीं हैं और पूरी तरह से फिल्मों से दूर अलग जिंदगी गुजार रही हैं।
इन फिल्मों में किया काम
'आशिक आवारा', 'करण-अर्जुन' जैसी कई फिल्मों में अपने हुस्न का जलवा दिखाने वाली ममता कुलकर्णी का जन्म 20 अप्रैल 1972 को मुंबई में ही हुआ था। 90 के दशक में बॉलीवुड में सफलता की सीढ़ी चढ़ने वाली ममता कुलकर्णी ने अपना सफल फिल्मी करियर खुज दांव पर लगा दिया। साल 1991 में तमिल फिल्म 'ननबरगल' से करियर की शुरुआत करने वाली ममता ने 1992 में फिल्म 'तिरंगा' से बॉलीवुड में एंट्री की थी। 'वक्त हमारा है', 'क्रांतिवीर', 'करण अर्जुन', 'बाजी' जैसी कई फिल्मों में उन्होंने लीड रोल निभाए। पहली बार ममता स्टारडस्ट मैगजीन के एक फोटोशूट के जरिए चर्चा में आई थीं। इसके लिए उन्होंने टॉपलेस फोटोशूट कराया था। इसके अलावा उनके नाम एक और विवाद है। एक्ट्रेन ने 'चाइना गेट' में काम किया और फिल्म फ्लॉप होने के बाद उन्होंने राजकुमार संतोषी पर सेक्सुअल हैरेसमेंट का आरोप भी लगाया था।
अंडरवर्ड से जुड़ा कनेक्शन
इसके अलावा कहा जाता है कि अंडरवर्ड से भी ममता कुलकर्णी का गहरा कनेक्शन रहा। जी हां, एक्ट्रेस का नाम एक नहीं दो गैंगस्टर से जुड़ा। शुरुआती दौर में ममता कुलकर्णी का नाम डॉन छोटा राजन से जुड़ा। कहते हैं कि छोटा राजन की बदौलत ही उन्हें एक बाद एक बॉलीवुड फिल्में मिलने लगीं। ममता हमेशा ही इस सवाल से बचती रहीं। छोटा राजन के दुबई फरार होने के बाद उसका सारा कारोबार विक्की गोस्वामी देखने लगा और देखते ही देखते ममता विक्की के करीब आ गई हैं। विक्की की भी बॉलीवुड में काफी दखलअंदाजी रही। कहते हैं यही वजह दोनों के करीब आने की भी रही। साल 2000 में खबरें आईं कि ममता कुलकर्णी ने विक्की से शादी की, वो भी निकाह, लेकिन ममता ने हमेशा शादी से इंकार किया। उन्होंने अपना रिश्ता जरूर कबूला, लेकिन उन्होंने साफ किया कि उन्होंने शादी नहीं की थी।
ममता बनीं संत
ममता कुलकर्णी पर ये भी आरोप लगे कि एक दौर ऐसा भी आया जब वो विक्की गोस्वामी का सारा कारोबार देख रही थीं। इसी बीच साल 2014 में दुनिया के सामने आईं और उन्होंने कबूल किया कि वो एक्टिंग की दुनिया पूरी तरह छोड़ चुकी हैं और अब अध्यात्म की राह पर हैं। उनका रूप इस कदर बदला हुआ दिखा कि लोग उन्हें पहचान भी नहीं पा रहे थे। ममता कुलकर्णी ने दावा किया कि वो अब साध्वी बन गई हैं। लंबे वक्त से सुर्खियों से दूर ममता ने आध्यात्म का रास्त चुन लिया है। अपने सफर की कहानी वो 'ऑटोबायोग्राफी ऑफ ए योगिनी' के जरिये दुनिया को सुना चुकी हैं, जिसे साल 2013 में रिलीज की गई थी, लेकिन फिर साल 2016 में उनका नाम विक्की गोस्वामी के ड्रग केस में सामने आया और एक्ट्रेस पर आरोप लगे कि वो ड्रग तस्करी में लिप्ट हैं। इंटरनेशनल ड्रग रैकेट चलाने के आरोप लगे।
कौन है विक्की गोस्वामी
इसी बीच विक्की को भगोड़ा करार दिया गया। कहते हैं कि उसे जेल से फरार कराने में भी ममता का हाथ था। आखिरी अपडेट के अनुसार दोनों अब केन्या में हैं। इसी साल एक्ट्रेस के खिलाफ दायर एफआईआर भी रद्द कर दी गई और कहा गया कि पूरी तरह से उनकी भागीदारी इसमें नहीं पाई गई। बता दें, विक्की गोस्वामी का असली नाम विजय आनंद गिरी है। उसके पिता आनंदगिरि गुजरात के डीएसपी थे। आनंदगिरि भी अवैध शराब बेचने के मामले में एक बार सस्पेंड हुए। पहले विक्की गोस्वामी भी गुजरात में अवैध शराब तस्करी का काम करता था।