Highlights
- अख्तर के वकील जय भारद्वाज की तरफ से दायर आवेदन में रनौत द्वारा मांगी गई छूट की संख्या को लिस्ट किया है।
- आदेवन में जिक्र है कि अभिनेत्री ने अदालत के समक्ष "झूठे और गलत बयान" दे रही थीं।
- अभिनेत्री के खिलाफ नवंबर, 2020 में अंधेरी कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई गई थी।
दिग्गज लेखक-गीतकार जावेद अख्तर ने सोमवार को मुंबई की एक अदालत में एक याचिका दायर कर बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ दायर आपराधिक मानहानि मामले में गैर-जमानती वारंट जारी करने की मांग की।
अख्तर के वकील जय भारद्वाज द्वारा पेश किए गए आवेदन में इस साल मार्च के बाद से रनौत को किसी न किसी कारण से छूट दिए जाने की बात का जिक्र किया गया है। वह आखिरी बार 20 सितंबर को अंधेरी मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट आरआर खान के सामने पेश हुई थीं।
आवेदन में कहा गया है, "आरोपी के आचरण से यह स्पष्ट रूप से समझा जा सकता है कि इस अदालत (अंधेरी मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट अदालत) द्वारा प्रक्रिया जारी करने के समय से ही वह मामले में अत्यधिक देरी करने के लिए हर संभव हथकंडा अपना रही है।"
उन्होंने यह भी उल्लेख किया गया है कि अभिनेत्री अदालत के समक्ष "झूठे और गलत बयान" दे रही था।
आवेदन में आगे कहा गया है, "दूसरे शब्दों में, वर्तमान मामला प्रक्रिया जारी होने के बाद आगे नहीं बढ़ सकता है, क्योंकि अभियुक्त की जानबूझकर गैरमौजूदगी के कारण पूरी तरह से कार्यवाही को पटरी से उतारने और शिकायतकर्ता को बेहिसाब कठिनाइयां पैदा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।"
अदालत ने अर्जी को लंबित रखा है और कंगना के वकील को सुनवाई की अगली तारीख 4 जनवरी को अपना जवाब दाखिल करने को कहा है। अदालत ने उनके वकील को अगली सुनवाई पर अभिनेत्री की मौजूदगी सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया।
जावेद अख्तर ने नवंबर, 2020 में अंधेरी की अदालत में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें दावा किया गया था कि रनौत ने एक टेलीविजन इंटरव्यू में उनके खिलाफ अपमानजनक बयान दिया था। उन्होंने दावा किया कि अभिनेता ने पिछले साल जून में अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत द्वारा कथित आत्महत्या के बाद बॉलीवुड में मौजूद एक 'नेपोटिज्म' का जिक्र करते हुए उनका नाम घसीटा था।