Irrfan Khan death anniversary: बॉलीवुड के सितारों के फैंस के दिलों में उनके लिए दीवानगी ऐसी होती है कि एक नजर में उन्हें पहचान लेते हैं। 'मदारी', 'लंच बॉक्स', 'लाइफ ऑफ पाई', 'पीकू' जैसी दमदार फिल्में देने वाले एक्टर इरफान खान भी ऐसे ही स्टार हैं। ऊपर नजर आ रही तस्वीर में शायद आप उन्हें नहीं पहचान पाए होंगे, क्योंकि यह तस्वीर उस समय की है जब इरफान कोई स्टार नहीं बल्कि एक नटखट बच्चे थे। आज इरफान खान की तीसरी पुण्यतिथि है। इस मौके पर जानते हैं स्टार के बारे में कुछ अनसुनी बातें...
कभी क्रिकेटर बनना चाहते थे इरफान
इरफान ने अनुपम खेर के एक टॉक शो अपने स्कूल के दिनों के बारे में बात करते हुए बताया था कि वह पढ़ाई में बहुत अच्छे नहीं थे। क्योंकि उनका मन हमेशा खेलने कूदने में लगता था। इस बीच इरफान ने बताया था कि सच बात तो ये है कि बचपन में तो वो क्रिकेटर बनना चाहते थे। उन्हें बैटिंग करना काफी पसंद था। इतना ही नहीं इरफान इतने बढ़िया क्रिकेटर थे कि सीके नायडू अंडर 23 में उनका सेलेक्शन भी हो गया था लेकिन पैसे की कमी की चलते वो अजमेर खेलने नहीं जा सके।
ऐसा था इरफान का परिवार
इरफान खान का पारिवारिक रूप से बॉलीवुड से कोई ताल्लुक नहीं रहा। राजस्थान के जयपुर में इरफान का जन्म एक मुस्लिम पठान परिवार में हुआ था। उनके पिता यासीन खान टायर का बिजनेस करते थे और उनकी मां का नाम सईदा बेगम एक हाउस वाइफ थीं। इरफान खान के तीन भाई बहन हैं। इरफान की बहन रुकसाना हैं जो उनसे बड़ी हैं। दो छोटे भाई इमरान खान और सलमान खान हैं।
टीवी से की शुरुआत
इसके बाद इरफान एनएसडी से एक्टिंग की डिग्री ली। लेकिन इस बीच उनके पिता का निधन हो गया और उन्होंने काफी आर्थिक संकट का सामना किया। इसलिए इरफान ने दिल्ली में रहते हुए ही दूरदर्शन के कार्यक्रमों से करियर की शुरुआत की। उन्होंने 'चाणक्य', 'भारत एक खोज', 'सारा जहां हमारा', 'बनेगी अपनी बात' और 'चंद्रकांता' जैसे सीरियल में काम किया।
फिल्मों में भी लंबा संघर्ष
टीवी से इरफान को पहचान नहीं मिल सकी। साल 1988 में फिल्म 'सलाम बॉम्बे' से उन्होंने बॉलीवुड डेब्यू किया। जिसके बाद उन्हें कई साल संघर्ष करना पड़ा और छोटे-छोटे रोल से काम चलाना पड़ा। साल 2003 में रिलीज हुई 'हासिल' से इरफान की एक्टिंग ने लोगों को स्तब्ध कर दिया। जिसके बाद 2004 में 'मकबूल' से वह बॉलीवुड के सबसे दमदार एक्टर्स की लिस्ट में शामिल हो गए।
खेसारी लाल यादव ने किया बवाल! मुख्यमंत्री की सभा में बंदूक लेकर पहुंचे एक्टर
कोलन कैंसर ने ली जान
इरफान खान ने जितने भी रोल निभाए सभी में पूरी इमानदारी से जान झोंक दी। लेकिन इरफान खुद के लिए भी इतने ही इमानदार थे, इसलिए जब उन्हें पता लगा कि वह कैंसर का शिकार हो चुके हैं तो उन्होंने हार नहीं मानी। तकरीबन दो साल तक वो इस बीमारी से जमकर जूझते रहे। इस बीच उन्होंने अपनी एक फिल्म 'अंग्रेजी मीडियम' भी पूरी की। लेकिन दुखद की इस फिल्म के प्रमोशन में वह शामिल नहीं हो सके और 29 अप्रैल 2020 को उनका निधन हो गया।
रेखा ने कबीर बेदी संग दिए पोज, जोड़ी देखकर लोगों को याद आई फिल्म 'खून भरी मांग'