श्रद्धा कपूर और राजकुमार राव स्टारर 'स्त्री 2' स्वतंत्रता दिवस के मौके पर 2 बिग बजट और बड़े स्टार्स वाली फिल्म के साथ सिनेमाघरों में रिलीज हुई और इस हॉरर कॉमेडी ने बॉक्स ऑफिस पर सबको धूल चटा दी। अक्षय कुमार की 'खेल खेल में' और जॉन अब्राहम की 'वेदा' को पीछे छोड़ते हुए स्त्री 2 ने बॉक्स ऑफिस पर अपना कब्जा जमाया और रिलीज के दो हफ्ते बाद भी इसे टक्कर देने वाली कोई फिल्म नहीं आई है। लेकिन, अब स्त्री 2 की धुआंधार कमाई को रोकने के लिए एक 12 साल पुरानी फिल्म फिर सिनेमाघरों में लौट रही है। हम बात कर रहे हैं अनुराग कश्यप के निर्देशन में बनी कल्ट क्लासिक 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' की, जो एक बार फिर सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है।
फिर सिनेमाघरों में रिलीज होगी गैंग्स ऑफ वासेपुर
जी हां, अनुराग कश्यप की दो भाग में बनी कल्ट-क्लासिक 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' इस शुक्रवार, 30 अगस्त को सिनेमाघरों में फिर से रिलीज होने के लिए तैयार है। निर्देशक अनुराग कश्यप ने खुद इसकी घोषणा की है। 2012 में रिलीज हुई इस ब्लॉकब्टर में मनोज बाजपेयी मुख्य भूमिका में थे और उनके साथ नवाजुद्दीन सिद्दीकी, ऋचा चड्ढा, हुमा कुरेशी, राजकुमार राव, पंकज त्रिपाठी और जयदीप अहलावत जैसे कलाकार भी अहम रोल में नजर आए थे। गैंग्स ऑफ वासेपुर जब सिनेमाघरों में रिलीज हुई तो इसे दर्शकों और क्रिटिक्स से जबरदस्त रिस्पॉन्स और यह व्यावसायिक रूप से भी सफल रही।
अनुराग कश्यप ने दी जानकारी
कश्यप ने अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम पेज पर इसे लेकर अपडेट साझा किया। उन्होंने लिखा, "तीन दिनों में गैंग वापस आ जाएगा। गैंग्स ऑफ वासेपुर सिनेमाघरों में लौट रही है।" फिल्म निर्माता द्वारा साझा किए गए एक पोस्टर के अनुसार, गैंग्स ऑफ वासेपुर 30 अगस्त से 5 सितंबर तक सिनेमाघरों में देखने के लिए उपलब्ध होगी। टिकट मिराज सिनेमाज की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध हैं।
2 भागों में रिलीज हुई गैंग्स ऑफ वासेपुर
गैंग्स ऑफ वासेपुर की कहानी की बात की जाए तो फिल्म की कहानी झारखंड के धनबाद के पास एक छोटे से टाउन के इर्द-गिर्द घूमती है। 2 सीरीज वाली फिल्म में क्राइम, जबरन वसूली और मर्डर में फंसे कोयला माफिया के परिवार के तीन पीढ़ियों की कहानी है। कश्यप और ज़ीशान क़ादरी द्वारा लिखित, गैंग्स ऑफ़ वासेपुर का पहला भाग 22 जून 2012 को रिलीज़ हुआ था, और दूसरा भाग 8 अगस्त 2012 को स्क्रीन पर आया था। फिल्म को 2012 में कान्स में भीदिखाया गया था। यह उपलब्धि हासिल करने वाली एकमात्र हिंदी भाषा की फिल्मों में से एक बन गई और दुनिया भर के विभिन्न फिल्म समारोहों में इसे जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली।