साल 2014 में पहली बार मोदी सरकार बनी और ठीक उसी साल एक फिल्म रिलीज हुई। फिल्म का नाम 'यंगिस्तान' है। इस फिल्म में एक युवा नेता की कहानी दिखाई गई, जो भारतीय राजनीति में स्थापित होने की कोशिश कर रहा होता है। फिल्म में लव एंगल भी था। लोगों ने इस फिल्म को देखने के बाद राहुल गांधी से जोड़कर देखा और कहा कि ये फिल्म उनकी कहानी को दिखाने की कोशिश कर रही है, जबकि मेकर्स का दावा था कि फिल्म पूरी तरह से फिक्शनल है। इस फिल्म में जैकी भगनानी और नेहा शर्मा ने लीड रोल प्ले किया था। फिल्म पर्दे पर खासा कमाल नहीं कर पाई और बुरी तरह पिट गई। फिल्म का गाना 'सुनो न संगमरमर की ये मिनारों...' छाया रहा और आज भी लोग इसे सुनने से गुरेज नहीं करते। अब पूरे 10 साल बाद इस फिल्म का एक सीन तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, वो भी तब जब लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम आए।
आखिर क्यों वायरल हो रहा सीन
आप सोच रहे होंगे कि आखिर इस फिल्म 'यंगिस्तान' के सीन में ऐसा क्या था और इस मौके पर इसके वायरल होने का क्या मतलब है। दरअसल वायरल हो रहा सीन सीधे तौर पर वो दर्शाता है जो इस लोकसभा चुनाव में देखने को मिला। जी हां, इस फिल्म में उत्तर प्रदेश फैक्टर को दिखाया गया। अब यही सीन वायरल हो रहा है, जिसमें बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश का भारतीय राजनीति में क्या ओहदा रहा है। फिल्म के सीन में साफ किया गया है कि ये अकेला राज्य ही चुनावी खेल को पलटने के लिए काफी है। ये सीन बीते दिन हुए गठजोड़ पर फिट बैठ रहा है और बता रहा है कि किस तरह से उत्तर प्रदेश के वोटर्स हैरान करने वाला फैसला सुनाते हैं। बीते दिन आए परिणामों में भी उत्तर प्रदेश ने पूरा खेल बिगाड़ दिया और इसी के साथ ही लोगों को फिल्म का ये सीन भी याद आ गया।
क्या है फिल्म का सीन
अब आपको सीन के बारे में विस्तार से बताते हैं। सामने आए इस सीन में फिल्म के तीन किरदार नजर आ रहे हैं। नेहा शर्मा, जैकी भगनानी और फारूख शेख बैठे दिख रहे हैं। इसी बीच जैकी कहते हैं, 'यूपी तो खुलने दो...।' ये सुनते ही नेहा सवाल करती हैं कि आखिर यूपी ही क्यों? इसके जवाब में फारूख शेख कहते हैं, 'बेटा इसलिए क्योंकि भारतीय राजनीति में आज तक कोई समझ नहीं पाया कि यूपी ही क्यों।'
यहां देखें सीन
यूपी में किसे मिली कितनी सीट
अगर उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव परिणामों पर नजर डालें तो समाजवादी पार्टी ने सबसे ज्यादा सीटें जीतीं। उन्हें 37 सीटें मिली हैं। वहीं उनकी गठबंधन साथी कांग्रेस पार्टी को 6 सीटें मिली हैं। इसके अनुसार INDIA गठबंधन 43 सीटें मिलीं। वहीं भाजपा 33 सीटें ही जीत पाई और उसके घटक गल आरएलडी 2 और अपना दल एक सीट ही हालिस कर सके। वहीं एक सीट पर आजाद सामाज पार्टी ने बाजी मारी है। याद दिला दें कि 2019 लोकसभा चुनावों में भाजपा को 63 सीटें मिली थीं। इसका सीधा मतलब है कि उन्हें 30 सीटों का नुकसान हुआ और ये ही बड़ा फैक्टर रहा कि भाजपा बहुमत हासिल नहीं कर सकी।