Highlights
- आयुष्मान की फिल्म हुई रिलीज
- आयुष्मान खुराना का फिर चला जादू
- पहले दिन ही कर ली मोटी कमाई
Doctor G Box Office Collection Day 1: बॉलीवुड स्टार आयुष्मान खुराना (Ayushmann Khurrana) अपनी हर फिल्म में एक समाज के लिए एक नया संदेश लेकर आते हैं। आयुष्मान उन सितारों में से हैं जो बीते 5 साल से लगातार सुपरहिट फिल्में दे रहे हैं। उनकी फिल्में हिट होने के साथ समाज में जागरुकता फैलाने वाली होती हैं और उन मुद्दों पर बात करती हैं जिन्हें टैबू समझा जाता है। जैसे वह गे लवस्टोरी, ट्रांसजेंडर, सेक्सुअल डिसऑर्डर और जातिवाद से लेकर क्षेत्रवाद तक पर फिल्में बना चुके हैं। अब वह एक स्त्री रोग विशेषज्ञ के रूप में 'डॉक्टर जी' (Doctor G) में नजर आ रहे हैं। फिल्म ने पहले दिन ही बॉक्स ऑफिस पर दमदार ओपनिंग की है।
'चंडीगढ़ करे आशिकी' और 'अनेक' के बाद 'डॉक्टर जी'
आयुष्मान खुराना इस बार लंबे समय के बाद सिनेमाघरों में वापसी कर रहे हैं। वह साल की शुरुआत में फिल्म 'अनेक' में नजर आए थे। 'अनेक' में वह नॉर्थ ईस्ट के लोगों की समस्याएं लेकर आए थे। इसके पहले वह 'चंडीगढ़ करे आशिकी' में एक ट्रांसजेंडर लड़की के साथ रोमांस करके लोगों को इमोशनल कर चुके हैं। लेकिन कोरोना काल के चलते फिल्मों ने ज्यादा कमाई नहीं की। इस बार आयुष्मान खुराना के साथ स्क्रीन पर दो दमदार एक्ट्रेस रकुल प्रीत सिंह और शेफाली शाह भी खास भूमिका में हैं।
जानिए फिल्म ने कैसी ओपनिंग
आपको बता दें कि यह फिल्म आयुष्मान खुराना की पिछली फिल्मों की तुलना में काफी बेहतरीन रही है। उनकी फिल्म ने रिलीज के पहले ही दिन 3.25 करोड़ रुपए की ओपनिंग की है। जबकि इसके पहले आई फिल्म 'अनेक' ने 1.75 करोड़ रुपए की कमाई की थी। शायद यह फिल्म और भी ज्यादा कमाई करती लेकिन परिणिती चोपड़ा की फिल्म 'कोड नेम तिरंगा' से टक्कर ना होती। एक साथ दो फिल्मों की रिलीज का बिजनेस पर असर देखने को मिला। लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि फिल्म वीकेंड पर और भी बेहतर कमाई करेगी। क्योंकि छोटे बजट में बनी 'डॉक्टर जी' की सफलता माउथ पब्लिसिटी पर डिपेंड होगी। अगर यह अपने ओपनिंग डे की कमाई के मुताबिक चलती हैं तो आने वाले समय से फिल्म अच्छा कलेक्शन कर सकती है।
ऐसी है फिल्म की कहानी
अनुभूति कश्यप के निर्देशन में बनी फिल्म 'डॉक्टर जी' को सभी क्रिटिक्स से बढ़िया रिस्पॉन्स मिला है। फिल्म में आयुष्मान खुराना डॉक्टर उदय प्रताप के रोल में नजर आ रहे हैं। जो एक पुरुष होकर एक स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं, भारतीय समाज में पुरुष को स्त्रियों का इलाज करने में किस तरह की परेशानियां सामने आती हैं, ये इस कहानी में ठहाकों के साथ पिरोया गया है।