बॉलीवुड में कुछ भी स्थायी नहीं है, ये एक अप्रत्याशित जगह है। सैकड़ों और लाखों लोग अपनी किस्मत आजमाने मुंबई आते हैं, लेकिन केवल कुछ ही रैट रेस छोड़ आगे निकलते हैं और अपनी अलग जगह बनाते हैं। आज हम एक ऐसी अभिनेत्री के बारे में बात करेंगे जिसने स्टार बनने के लिए कड़ी मेहनत की। उन्हें अगली उर्मिला मातोंडकर भी कहा जाने लगा था। उन्होंने कई बार अपने दमदार अभिनय से वाहवाही लूटी। दर्शक हों या आलोचर सभी उनकी कला से प्रभावित दिखे। हालांकि, इस अभिनेत्री ने कई मौकों के बावजूद फिल्मी दुनिया छोड़ दी और गुमनामी के अंधेरे में खो गईं। 12 साल से एक्ट्रेस पर्दे से गायब हैं।
इन फिल्मों में किया काम
अंतरा माली, प्रसिद्ध भारतीय फोटोग्राफर जगदीश माली की बेटी हैं। उन्होंने मुख्य रूप से हिंदी सिनेमा में काम किया है और मलयालम और तेलुगु फिल्मों में भी अभिनय किया है। अंतरा ने 1998 की फिल्म 'ढूंढते रह जाओगे' से अपनी शुरुआत की। वैसे अब फिल्म के नाम की तरह ही उनको खोजना पड़ रहा है। हालांकि फिल्म एक आपदा थी, अंतरा ने निर्देशक राम गोपाल वर्मा का ध्यान आकर्षित किया। राम गोपाल वर्मा ने अंतरा को तेलुगु फिल्म 'प्रेम कथा' में लिया और उन्हें 'मस्त' (1999), 'रोड' (2002), 'कंपनी', 'डरना मना है' (2003), और 'मैं माधुरी दीक्षित' बनना चाहती हूं में भी लिया। 'कंपनी' में अंतरा ने अजय देवगन की पत्नी की भूमिका निभाई थी। रामू ने अंतरा के साथ एक नई उर्मिला बनाने का प्रयास किया, लेकिन वह भी ऐसा करने में असफल रहे।
शादी के बाद बदली लाइफ
साल 2005 में अंतरा ने कॉमेडी-ड्रामा 'मिस्टर या मिसेज' का निर्देशन करने का फैसला किया और यह फिल्म उनके डूबते करियर को नहीं बचा सकी। इस फिल्म के बाद उन्होंने फिल्मों से ब्रेक ले लिया और फिर 2010 में अमोल पालेकर की '...एंड वन्स अगेन' से वापसी करने की कोशिश की। यह फिल्म पहले दिन से ही फ्लॉप रही। इस फिल्म के बाद अंतरा ने फिल्में छोड़ दीं। साल 2009 में अंतरा ने GQ मैगजीन के संपादक चे कुर्रियन से शादी की और उनकी एक बेटी है। हालांकि, अंतरा ने कभी अपनी बेटी को लाइमलाइट में नहीं लाया। सोशल मीडिया से भी दूर अंतरा माली अब सादगी भरी जिंदगी बिता रही हैं। फिलहाल कई सालों से उन्हें न तो किसी इवेंट और न ही किसी पार्टी में स्पॉट किया गया।
अंतरा ने अपने पिता को छोड़ दिया?
जनवरी 2013 में अंतरा फिर सुर्खियों में आईं। दरअसल उनके पिता जगदीश को अभिनेत्री मिंक बरार ने वर्सोवा की सड़कों से अर्ध-नग्न अवस्था में बचाया था और अंतरा ने अपने पिता को इसलिए छोड़ दिया क्योंकि वह गर्भवती थीं और दोनों घर नहीं संभाल पा रही थीं। मिंक ने साक्षात्कार दिए और फिल्म बिरादरी से जगदीश माली की मदद करने के लिए कहा। हालांकि, अंतरा ने बाद में स्पष्टीकरण दिया कि उनके पिता 'मानसिक रूप से प्रभावित नहीं थे', बल्कि छह महीने में एक बार उनका ध्यान भटक जाता था और वे इंसुलिन के इंजेक्शन भी भूल जाते थे। अपने पिता पर मिंक के बयान को पब्लिसिटी स्टंट बताते हुए अंतरा ने स्पष्ट किया कि उनके पिता ठीक और स्वस्थ थे। हालांकि, 13 मई, 2013 को जगदीश माली का निधन हो गया।