बृजमोहन मिश्रा, जिन्हें पंडित बिरजू महाराज के नाम से दुनिया जानती है। कथक का दूसरा नाम बन चुके पद्म विभूषण से सम्मानित बिरजू महाराज का आज निधन हो गया। बिरजू महाराज ने 83 साल की अवस्था में दिल्ली में आखिरी सांस ली। कथक दिग्गज जगन्नाथ महाराज के घर में जन्मे, बिरजू महाराज ने सात साल की उम्र से प्रदर्शन करना शुरू कर दिया था।
बिरजू महाराज को कथक विरासत में मिली - अपने दादा और पिता जैसे दिग्गजों से इस महान कलाकार कथक के गुर सीखने मिले। अपने पिता के निधन के बाद बिरजू दिल्ली चले गए और 13 साल की उम्र में अपने परिवार को सपोर्ट करने के लिए कथक पढ़ाना शुरू कर दिया। इसके बाद बिरजू महाराज अपने प्रदर्शन से छा गए।
बॉलीवुड में मुगल-ए-आज़म और पाकीजा जैसी फ़िल्मों में डांस को उनके चाचा लच्छू महाराज ने कोरियोग्राफ किया था। पंडित बिरजू महाराज ने खुद बॉलीवुड को कई यादगार गाने दिए। उन्होंने न सिर्फ गानों को कोरियोग्राफ किया बल्कि फिल्म के गानों को संगीतबद्ध भी किया। यहां हम कथक सम्राट द्वारा कोरियोग्राफ किए गए लोकप्रिय गानों की लिस्ट लेकर आए हैं।
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