जया बच्चन फिल्म इंडस्ट्री की चर्चित पर्सनालिटी में से एक हैं। उन्होंने कई फिल्मों में अपने अभिनय के अलग-अलग अंदाज दिखाकर लोगों के दिलों में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। जया ने सत्यजीत रे की बंगाली फिल्म 'महानगर' से करियर की शुरुआत की थी। तब उनकी उम्र सिर्फ 15 साल थी। इस फिल्म में जया ने अपनी मासूमियत से लोगों का दिल जीत लिया था।
इस फिल्म से बतौर लीड एक्ट्रेस की शुरूआत
वहीं 'महानगर' फिल्म के बाद जया बच्चन को ऋषिकेश मुखर्जी ने 'गुड्डी' फिल्म (1971) में बतौर लीड एक्ट्रेस पहला मौका दिया जिसमें उनके काम को खूब सराहना मिली। इसके बाद जया ने रणधीर कपूर के साथ 'जवानी-दीवानी' और संजीव कपूर के साथ 'अनामिका' जैसी सुपरहिट फिल्में दीं।
अपनी खूबसूरती से लोगों को बनाया दीवाना
उस दौरान जया बच्चन न सिर्फ अपनी एक्टिंग की वजह से लोगों के दिल में बसती थीं बल्कि उस दौरान जया बच्चन की खूबसूरती और उनकी मासूमियत पर भी फैंस फिदा थे। जी हां, एक समय था जब बॉलीवुड में इस बंगाली बाला की तूती बोलती थी। अपनी बड़ी-बड़ी आंखों और शांत से चेहरे से वह लाखों लोगों को अपना दीवाना बना लेती थीं।
अमिताभ के साथ पहली फिल्म हुई हिट
जया बच्चन उस वक्त इंडस्ट्री में हिट फिल्में दे रही थी जब अमिताभ बच्चन खुद को बॉलीवुड में सेट करने के लिए स्ट्रगल कर रहे थे। तब जया ने उनके साथ जंजीर साइन की और अमिताभ बच्चन की किस्मत इस तरह बदली कि उनके सितारे आज तक बुलंद हैं। वहीं इस मूवी के हिट होने के साथ ही अमिताभ, जया को अपना लकी चार्म मानने लगे थे। इसके बाद दोनों ने 3 जून, 1973 को शादी कर ली।
राजनीति में भी दिखाया अपना दमखम
वहीं जया की हिट फिल्मों की बात करें तो इसमें 'शोले', 'मिली', 'अभिमान', 'जंजीर', 'सिलसिला', 'फिजा', 'कभी खुशी कभी गम', 'कल हो न हो', 'लागा चुनरी में दाग' जैसी कई फिल्में शामिल हैं। वहीं एक्टिंग के साथ-साथ जया अपनी पॉलिटिकल लाइफ की भी कमान संभाले हुई हैं। साल 2004 में जया बच्चन पॉलिटिक्स में आईं और समाजवादी पार्टी की तरफ से एमपी बनी। साल 2006 में राज्य सभा में उत्तर प्रदेश का नेतृत्व किया। जया अभी भी समाजवादी पार्टी का ही हिस्सा हैं।