Best Low-Budget Movies: बॉलीवुड इंडस्ट्री में फिल्मों को लार्जर दैन लाइफ बनाने का चलन कई समय से चल रहा है। बड़े फिल्म डायरेक्टर जैसे करण जौहर, संजय लीला भंसाली, सूरज बड़जात्या ने हमेशा हमें ऐसी फिल्में दिखाई हैं जिसमें भव्य सेट नजर आते हैं। इन फिल्ममेकर्स की फिल्में हमेशा से बड़े बजट की रही हैं और बॉक्स ऑफिस पर कमाल कर चुकी हैं, लेकिन आज हम आपको उन फिल्मों के बारे में बताएंगे जो बजट कम होने के बावजूद अच्छी कमाई करने वाली फिल्में रही हैं। इन फिल्मों ने साबित किया है कि फिल्मों में बड़ा सेट और बड़े कलाकार के साथ साथ फिल्म की कहानी और डायरेक्शन भी उन्हें हिट कराने में काफी मायने रखता है।
ए वेडनेसडे (2008)
- बजट: रु. 5 करोड़
- डोमेस्टिक कलेक्शन: 30 करोड़ रुपये
ए वेडनेसडे नीरज पांडे द्वारा लिखित और निर्देशित एक थ्रिलर फिल्म है। फिल्म मात्र डेढ़ घंटे की है लेकिन आप फिल्म से एक बार भी नजर नहीं हटा पाएंगे क्योंकि फिल्म में हर समय नया सस्पेंस देखने को मिलता है। फिल्म की कहानी 11 जुलाई 2006 के मुंबई ट्रेन बम धमाके से कुछ हद तक इंस्पार्य थी। फिल्म में नसीरुद्दीन शाह और अनुपम खेर लीड रोल में नजर आए थे। फिल्म की कहानी एक बुधवार के दिन की है जब एक आम आदमी पूरे पुलिस डिपार्टमेंट को अपने एक फोन कॉल से हिला कर रख देता है। वो आम आदमी पुलिस हेडक्वार्टर में कॉल कर 4 आतंकवादियों को रिहा करने के लिए कहता है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो वो मुंबई में 4 जगह पर बम ब्लास्ट होगा जिसके जिम्मेदार पुलिस वाले होंगे।
विक्की डोनर (2012)
- बजट: रु. 5 करोड़
- डोमेस्टिक कलेक्शन: 66.32 करोड़ रुपये
विक्की डोनर ने अपने अनकॉमन फिल्म टाइटल और कहानी के साथ भारतीय सिनेमा में अपने लिए जगह बनाई। इस रोमांटिक कॉमेडी का निर्देशन शूजित सरकार ने किया था और इसे अभिनेता जॉन अब्राहम ने प्रोड्यूस किया था। फिल्म की कहानी स्पर्म डोनेशन और इनफर्टिलिटी पर आधारित है। अभिनेता आयुष्मान खुराना फिल्म में विक्की अरोड़ा नाम का कैरेक्टर प्ले करते हैं जो एक डॉक्टर के साथ मिलकर लोगों को स्पर्म डोनेट करता है जो बच्चा पैदा करने में असफल होते हैं।
कहानी (2012)
- बजट: 8 करोड़ रुपये
- डोमेस्टिक कलेक्शन: 104 करोड़ रुपये
‘कहानी’ एक मिस्ट्री थ्रिलर फिल्म है जिसे दुनिया भर के दर्शकों से अपार सराहना मिली है। यह निर्देशक सुजॉय घोष द्वारा सह-लिखित, सह-निर्मित और निर्देशित है। फिल्म में विद्या बालन लीड एक्ट्रेस के तोड़ पर नजर आई जिनकी परफॉर्मेंस ने लोगों को सरप्राइज कर दिया। फिल्म की कहानी एक प्रेग्नेंट महिला के इर्द-गिर्द घूमती है जो अपने पति को ढूंढ़ने के लिए कोलकाता आती है। फिल्म ने तीन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, पांच फिल्मफेयर पुरस्कार सहित विभिन्न पुरस्कार जीते। निर्देशक सुजॉय घोष ने फिल्म के लिए बेस्ट निर्देशक का पुरस्कार जीता, जबकि विद्या बालन को इसी फिल्म के लिए बेस्ट एक्ट्रेस अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
पान सिंह तोमर (2012)
- बजट: 8 करोड़ रुपये
- डोमेस्टिक कलेक्शन: 20.18 करोड़ रुपये
पान सिंह तोमर एथलीट पान सिंह तोमर की कहानी पर आधारित एक बायोग्राफिकल फिल्म है। तिग्मांशु धूलिया द्वारा निर्देशित फिल्म ने 2012 में 60वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में बेस्ट फीचर फिल्म का पुरस्कार जीता। ये फिल्म पान सिंह तोमर नाम के एथलीट के जीवन पर आधारित है, जो भारतीय सेना में एक सैनिक थे और भारतीय राष्ट्रीय खेलों में स्वर्ण पदक जीत चुके थे, लेकिन उन्हें सिस्टम के खिलाफ विद्रोही बनने के लिए मजबूर किया गया था।
लिपस्टिक अंडर माय बुर्का (2017)
- बजट रु. 6 करोड़ रुपये
- डोमेस्टिक कलेक्शन: 21 करोड़ रुपये
लिपस्टिक अंडर माई बुर्का उन कुछ चुनिंदा फिल्मों में से एक है जिसने बोल्ड महिलाओं को कैरक्टराइज करने के साथ दर्शकों पर अपनी छाप छोड़ी है। यह अलंकृता श्रीवास्तव द्वारा निर्देशित और प्रकाश झा द्वारा निर्मित एक हिंदी भाषा की ब्लैक कॉमेडी फिल्म है। फिल्म की कहानी कुछ महिलाओं के जीवन पर आधारित है जो समाज के धकियानुसी सोच को पीछे छोड़ अपने भविष्य के लिए फैसले लेती है।