बॉलीवुड इंडस्ट्री के मशहूर पॉप सिंगर और संगीतकार बप्पी लहरी का आज जन्मदिन है। बप्पी दा का जन्म 27 नवंबर 1952 में पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में हुआ था। 80 के दशक में इंडस्ट्री में एंट्री करने वाले बप्पी लहरी ने काफी लंबे समय तक बॉलीवुड पर राज किया। उनके गानों ने बॉलीवुड में पॉप सिंगिंग की नई दिशा तय की। उनके चार्टबस्टर्स ने फैंस के बीच खूब धूम मचाई। जहां बप्पी लहरी को उनके झूम कर उठा देने वाले सुपरहिट गानों के लिए जाना गया वहीं उनका एक और अंदाज़ लोगों के बीच खूब चर्चित रहा। वो था उनका 'सोने के गहनों के प्रति गहरा प्यार'। डिस्को किंग ही नहीं बप्पी को 'गोल्ड किंग' के नाम से भी जाना जाता था।
खूब सोना पहनते थे बप्पी लहरी
जी हां, ये बात किसी से छुपी नहीं है कि अपने अंदाज की वजह से फिल्म इंडस्ट्री में अलग पहचान बनाने वाले बप्पी दा को सोना पहनना कितना अच्छा लगता था। गानों के अलावा उन्हें अपनी सोने की जूलरी पहनने और गोल्ड प्रेम के लिए भी जाना जाता था। बप्पी एक इकलौते ऐसे सिंगर थे जो ढेर सारा सोना पहने नजर आते थे। गोल्ड के साथ-साथ उनके अच्छे -अच्छे कपड़ों को पहनने का भी खूब शौक रहा। उनके स्टाइल को देख लोग उन्हें आइकॉन कहने लगे।
इस शख्स की वजह से गोल्ड प्रेमी बने थे बप्पी
अपने गोल्ड प्रेम के बारे में खुद एक बार बप्पी ने इंटरव्यू में कहा था कि - एक हॉलीवुड आर्टिस्ट की वजह से उन्होंने सोना पहनना शुरू किया था। बप्पी ने कहा था, 'मैं हॉलीवुड सिंगर एल्विस प्रेस्ली को काफी पसंद करता था। वो हमेशा गले में सोने की एक चैन पहना करते थे और मुझे उनका ये अंदाज़ खूब पसंद आता था। जिसके बाद उन्होंने मन बनाया कि वो भी एक सफल सिंगर बनेंगे और उतना सोना पहनेंगे जितना वो सफल होंगे।
बप्पी लहरी के पास था इतना सोना
साथ ही ये भी बता दें कि जानकारी के मुताबिक, बप्पी दा के पास 754 ग्राम सोना और 4.62 ग्राम चांदी मौजूद थी। साल 2014 में बप्पी लाहिड़ी ने चुनाव लड़ा था। उस दौरान उन्होंने इस बात की जानकारी खुद ही दी थी। इतना ही नहीं बप्पी का गोल्ड प्रेम इतना ज्यादा था कि साल 2021 में धनतेरस के मौके पर उनकी पत्नी ने उन्हें सोने का चाय सेट गिफ्ट किया था। बताया जाता है कि बप्पी दा सोने को बहुत ही संभाल कर रखते थे। सूत्रों की माने तो बप्पी दा ने सालों से चेन, पेंडेंट, अंगूठियां, कंगन, गणेश की मूर्तियां, हीरे से जड़े ब्रेसलेट, यहां तक कि सोने के फ्रेम और सोने के कफ़लिंक जमा किए थे। जो कि अब उनके निधन के बाद बंद अलमारी के अंदर रखे गए हैं और अब ये उनके परिवार की विरासत का हिस्सा हैं।
बप्पी लहरी के गानें
गौरतलब है कि बप्पी का इंडस्ट्री में 48 साल का करियर था। उन्होंने अपने करियर में करीब 5,000 गाने कंपोज किए। इसमें उन्होंने हिंदी, बंगाली, तमिल, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़, गुजराती, मराठी, पंजाबी, उड़िया, भोजपुरी, आसमी भाषाओं के साथ-साथ बांग्लादेश की फिल्मों और अंग्रेजी गानों को भी कंपोज किया था। अब उनके जाने से गानों में वो डिस्को के तड़के की कमी जरूर खलता है।
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