Highlights
- आज अनुपम खेर अपना 67वां जन्मदिन मना रहे हैं
- हिन्दी सिनेमा में उनके कार्यों के लिए उन्हें भारत सरकार की ओर से पद्मश्री का सम्मान भी मिल चुका है
- अनुपम खेर ने अपनी एक्टिंग करियर के लिए काफी संघर्ष किया है
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता अनुपम खेर ने अपने करियर में करीब 500 फिल्मों में काम किया है। आज वह अपना 67वां जन्मदिन मना रहे हैं। कॉमेडी मूवी हो या कोई सीरिसय रोल अनुपम खेर ने सभी तरह के किरदारों के साथ हमेशा न्याय किया है। इन्होंने न सिर्फ बॉलीवुड बल्कि कई हॉलीवुड फिल्मों में भी अपनी एक्टिंग से सभी को चौंकाया है। हिन्दी सिनेमा में उनके कार्यों के लिए उन्हें भारत सरकार की ओर से पद्मश्री का सम्मान भी मिल चुका हैा अनुपम खेर ने नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा (एनएसडी) और सेंसर बोर्ड ऑफ इंडिया दोनों में अध्यक्ष के रूप में कार्य किया है।
एडमिशन के लिए चुराए थे रुपए-
अनुपम खेर ने अपनी एक्टिंग करियर के लिए काफी संघर्ष किया है। एक समय था जब वह चॉल में एक गंदे कमरे में रहते थे।अनुपम खेर ने अपना करियर बनाने के लिए अपनी मां के मंदिर से 100 रुपये चुराए थे। इन पैसों से उन्होंने एक्टिंग स्कूल में एडमिशन लिया था।अभिनय में रुचि होने की वजह से उन्होंने अपने सफर की शुरुआत दिल्ली के नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से की। अभिनय की बारीकियां सीखने के बाद वह मुंबई अपनी किस्मत आजमाने आ गए। शुरुआत में उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। उस समय उनके खाने और रहने की भी व्यवस्था नहीं थी। उन्होंने स्टेशनों पर भी कई रातें काटी हैं।
'आगमन' से हुआ था फिल्मों में आगमन-
अनुपम खेर के फिल्मी करियर की शुरूआत फिल्म 'आगमन' से हुई थीा उन्होंने कई छोटी-बड़ी फिल्मों में काम कियाा खलनायक के रूप में फिल्म 'कर्मा' में उनके द्वारा निभाया गया किरदार 'डॉ डैंग' आज भी लोगों के जेहन में ताजा हैा उन्होनें फिल्मों में लगभग हर तरह के किरदार निभाए हैं। उन्हें फिल्म 'डैडी' और 'मैंने गांधी को नहीं मारा' के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिल चुका हैा इसके अलावा भी उन्हें कई बार कई अवार्ड्स से सम्मानित किया जा चुका है।अनुपम खेर ने अपनी फिल्म 'आगमन' के बाद साल 1984 फिल्म 'सारांश' की जिसमें उन्हें 'बी बी प्रधान के रोल के लिए काफी सराहा गया और इस फिल्म ने अनुपम को बेस्ट एक्टर का पहला फिल्म फेयर अवार्ड दिलवाया।
फिल्म की शूटिंग के दौरान मार गया था लकवा-
फिल्म 'हम आपके हैं कौन' के दौरान उनके फेशियल पैरालिसिस हुआ था, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और इस कठिनाई का हंसकर मुकाबला किया और बीमारी को हरा दिया। डॉक्टर के कहने के बावजूद उन्होंने फिल्म की शूटिंग नहीं रोकी और चेहरा बिगड़ने के बाद भी शूटिंग जारी रखी।
अनुपम खेर और किरण की लव स्टोरी-
अनुपम और उनकी पत्नी किरण चंडीगढ़ में एक थिएटर समूह के हिस्सा थे। दिलचस्प बात यह है कि उस समय दोनों केवल “अच्छे दोस्त” थे। अनुपम का विवाह मधुमालती नामक लड़की से हुआ था, जबकि किरण का विवाह गौतम बेरी नामक एक व्यवसायी से हुआ था। बाद में उन्हें एहसास हुआ कि वो किरण खेर से आकर्षित हैं और दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया। किरण खेर की भी एक शादी हो चुकी थी, जिससे उन्हें एक बच्चा है जिसका नाम है सिकन्दर खेर है। अनुपम खेर ने उन्हें अपना नाम दिया।