लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान आज रात 10 बजे प्रसारित होने वाले लोकप्रिय शो 'आप की अदालत' में रजत शर्मा के सवालों का सामना करते दिखाई दिए। चिराग पासवान ने साल 2011 में कंगना के साथ 'मिले ना, मिले हम' में अपनी एकमात्र फिल्म से शुरुआत की थी। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छी सफलता पाई। ऐसे में इंडिया टीवी के चेयरमैन और एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा चिराग ने 'आप की अदालत' में उनसे ये सवाल किया कि 'उन्हें कंगना या फिर अपना फिल्मी करियर पसंद नहीं आया?'
मैं और कंगना साथ में पार्लियामेंट में आएंगे नजर- चिराग पासवान
रजत शर्मा के इस सवाल का जवाब देते हुए चिराग ने कहा,'लोगों को हम दोनों एक साथ पसंद नहीं आए। पर अब हम दोनों एक साथ पार्लियामेंट में जरूर नजर आने वाले हैं।' बता दें कि 2014 और 2019 में बिहार के जमुई से लोकसभा चुनाव जीतने वाले चिराग पासवान इस बार हाजीपुर से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि कंगना रनौत हिमाचल प्रदेश के मंडी से चुनाव लड़कर राजनीति में अपनी किस्मत आजमा रही हैं।
फैशन डिजाइनिंग में भी आजमा चुके हैं किस्मत
वहीं 'आप की अदालत' में चिराग पासवान ये भी बताते हुए नजर आए कि उन्होंने फैशन डिजाइनिंग के क्षेत्र में भी अपना हाथ आजमाने की कोशिश की थी। फैशन डिजाइनिंग के क्षेत्र में अपने छोटे करियर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, 'वह बहुत ही कम समय के लिए था। वो समर वेकेशन का एक शौक था। स्कूल के दिनों में गर्मी की छुट्टियों के दौरान की बात है। लेकिन एक छोटा सा एक एक्सपेरिमेंट था। वो चला भी नहीं। अन्ततोगत्वा नेता का बेटा था। नेता ही बनना था और कोई ऑप्शन नहीं था।'
जब शूटिंग के वक्त चिराग भूल जाते थे डायलॉग
यह पूछे जाने पर कि जब वह शूटिंग के दौरान अपनी फिल्म के संवाद याद नहीं रख पाते थे, तो वह लंबे राजनीतिक भाषण कैसे देते थे, चिराग पासवान ने जवाब दिया: "सेट पर, मुझे एक ही पन्ने पर लिखे संवाद दिए जाते थे, लेकिन एक बार जब मैंने भाषण देना शुरू किया, तो वह दो हिस्सों में बंट जाता था।" डेढ़ पेज। नेता का खून है, तो उबाल मारता था। डेढ़ मिनट। यही मेरी समस्या थी। इसलिए मैं कभी भी लिखित भाषण नहीं देता।''