नई दिल्ली: फिल्म 'पद्मावती' पर राजनीति बढ़ती जा रही है। पहले मध्य प्रदेश और फिर पंजाब में ‘पद्मावती’ पर बैन लगने के बाद मंगलवार को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली और अभिनेत्री दीपिका पादुकोण सजा के पात्र हैं।
योगी यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा- भंसाली जन भावनाओं से खेलने के आदी हो चुके हैं। सीएम ने आगे कहा- ‘किसी को कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं है, चाहे वह संजय लीला भंसाली हों या फिर कोई और । मुझे लगता है अगर, फिल्म और उसके कलाकारों को धमकी देने वाले दोषी हैं तो यह भंसाली भी कम दोषी नहीं हैं।‘
दो राज्यों रिलीज से पहले ही हुई 'पद्मावती' पर बैन की घोषणा
'पद्मावती' पर मेकर्स की लाख कोशिशों के बाद भी विवाद नहीं थम रहा है। इस बीच मध्यप्रदेश और पंजाब सरकार ने विरोध बढ़ने के बाद अपने घुटने टेक दिए। मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहन ने स्पष्ट कहा है कि मध्यप्रदेश की धरती पर पद्मावती रिलीज नहीं होगी। वहीं, पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह बादल भी फिल्म के विरोध में हैं।
टल गई पद्मावती की रिलीज
लगातार हो रहे विरोध को देखते हुए पद्मावती मेकर्स ने आखिरकार इस फिल्म की रिलीज को टाल दिया है। कंपनी के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, 'पद्मावती' की निर्माण कंपनी वायकॉम 18 मोशन पिक्चर्स ने अपनी 1 दिसंबर, 2017 को फिल्म की रिलीज रोक दी है। उन्होंने कहा कि फिल्म को सेंसर बोर्ड से अभी तक मंजूरी नहीं मिली है।
वहीं सीबीएफसी का कहना है कि निर्माताओं का आवेदन 'अधूरा' था। प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि 'अपेक्षित मंजूरी' मिलने के बाद फिल्म रिलीज की नई तारीख घोषित कर दी जाएगी।