नई दिल्ली: यश चोपड़ा ने जमाने को रोमांस करना सिखाया था। उन्होंने बॉलीवुड को अमिताभ बच्चन जैसा एंग्री एंग मैन दिया था और शाहरुख खान जैसा किंग ऑफ रोमांस। यश चोपड़ा ने ही मल्टी स्टारर फिल्म बनाकर बॉलीवुड का रूख बदला तो बिना इंटरवल और गाने का फिल्म बनाने का इत्तेफाक भी उनके ही नाम से जुड़ा। यश चोपड़ा का जन्म 27 सितंबर 1932 को हुआ था। 21 अक्टूबर 2012 को डेंगू से उनका निधन हो गया था।
जानते हैं उनकी जिंदगी की कुछ दिलचस्प कहानियां...
1. यश चोपड़ा का जन्म 27 सितंबर 1932 को ब्रिटिश इंडिया के लाहौर में हुआ था। उनके पिता ब्रिटिश पंजाब एडमिनिस्ट्रेशन के PWD अकाउंटेंट थे।
2. यश चोपड़ा अपने आठ भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। वह अपने बड़े भाई बी.आर.चोपड़ा से 18 साल छोटे थे।
3. यश चोपड़ा ने जालंधर से ग्रेजुएशन और लुधियाना से इंजीनियरिंग की थी।
4. वह बी.आर.चोपड़ा और आई.एस.जौहर के असिस्टेंट डायरेक्टर भी रहे।
5. उन्होंने 1959 में 'धूल का फूल' से बतौर डायरेक्टर बॉलीवुड में डेब्यू किया था।
6. उनकी दूसरी फिल्म 'धर्मपुत्र' से शशि कपूर ने बॉलीवुड में डेब्यू किया था।
7. 'वक्त' बनाकर उन्होंने बॉलीवुड में मल्टीस्टारर फिल्मों का ट्रेंड शुरू किया था।
8. 1969 में आई उनकी फिल्म 'इत्तेफाक' में इंटरवेल और गाना नहीं था।
9. 1973 में उन्होंने यशराज फिल्म्स की स्थापना की थी। उनके बैनर की पहली फिल्म 'दाग' सुपरहिट हुई थी।
10. यशराज बैनर की फिल्म से ही शाहरुख खान सुपरस्टार बने।
11. 1970 में यश चोपड़ा से पामेला से शादी की थी। उनके दो बेटे आदित्य और उदय हैं। आदित्य प्रोड्यूसर और डायरेक्टर हैं। उन्होंने रानी मुखर्जी से शादी की है। उदय एक्टर हैं।
12. यश चोपड़ा, मुमताज से शादी करना चाहते थे।
13. यश चोपड़ा ने 11 बार फिल्मफेयर अवॉर्ड जीता था।
14. 2001 में उन्हें दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से नवाजा गया था।
15. यश चोपड़ा को 'धर्मपुत्र', 'चांदनी', 'डर', 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे', 'दिल तो पागल है' और 'वीर-ज़ारा' के लिए 6 बार नेशनल अवॉर्ड मिला था।
16. उन्होंने आखिरी फिल्म 'जब तक है जान' डायरेक्ट की थी।