नई दिल्ली: बॉलीवुड अभिनेत्री श्रीदेवी का 54 साल की उम्र में शनिवार को निधन हो गया। बुधवार को श्रीदेवी का अंतिम संस्कार किया गया। श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटा गया था। आइए जानते हैं उन्हें यह सम्मान क्यों दिया गया और भारत में किन लोगों को मिलता है राजकीय सम्मान...?
दिग्गज अभिनेत्री श्रीदेवी का पवनहंस श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया। उनके शव को तिरंगे में लपेटा गया था, पुलिस ने उन्हें बंदूक की सलामी भी दी। कई लोगों को लगने लगा कि श्रीदेवी न कभी नेता रही हैं न कभी मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री फिर उनके शव को तिरंगे में क्यों लपेटा गया। दरअसल श्रीदेवी को पद्म श्री सम्मान मिला था, ऐसे में उन्हें राजकीय सम्मान दिया गया।
किन्हें मिलता है राजकीय सम्मान?
भारत में राजकीय सम्मान वर्तमान और पूर्व राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्रियों को दिया जाता है। इसके अलावा केंद्र सरकार चाहे तो किसी भी शख्स को यह सम्मान देने का आदेश दे सकती है। बाद में इस नियम में बदलाव किया गया और अब केंद्र सरकार के अलावा राज्य सरकार को भी यह अधिकार मिला है कि वह देश के किसी भी सम्मानित नागरिक को राजकीय सम्मान दिला सकती है।
यह है सम्मान देने की प्रक्रिया-
राजनीति, साहित्य, कानून, साइंस और कला के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले शख्स को राजकीय सम्मान दिया जा सकता है। इसके अलावा देश के नागरिक सम्मान (भारत रत्न, पद्म विभूषण और पद्म भूषण) पाने वाले व्यक्ति भी इस सम्मान के हकदार हो सकते हैं। लेकिन इसके लिए केंद्र या राज्य सरकार को सिफारिश करनी पड़ेगी। राज्य का मुख्यमंत्री अपने कैबिनेट मंत्रियों के साथ विचार-विमर्श करके ही किसी व्यक्ति को राजकीय सम्मान देने की बात कह सकता है। एक बार निर्णय ले लिया जाए, तो यह आदेश राज्य के डीजीपी और पुलिस कमिश्नर तक पहुंचा दिया जाता है ताकि अंतिम विदाई के वक्त राजकीय सम्मान की सारी तैयारी की जा सके।