मुंबई: कोरोना वायरस महामारी की वजह से देशभर में लॉकडाउन लागू किया गया है। ऐसे में कई मजदूर अपने घर और गांव से दूर बड़े शहरों में फंसकर रह गए हैं। ऐसे लोग अपने घर वापस जाना चाहते हैं लेकिन लॉकडाउन की वजह से घर नहीं जा पा रहे हैं। ऐसे में सोनू सूद आगे आए हैं। पहले महाराष्ट्र से कर्नाटक के लिए प्रवासी मजदूरों के लिए बसों का इंतजाम कराने के बाद अब उन्होंने उत्तर प्रदेश और बिहार के मजदूरों को बसों के जरिए उनके घर भेजा है। सोनू सूद अब तक 12 हजार से ज्यादा मजदूरों को उनके घर भेज चुके हैं।
सोनू सूद से हर कोई ट्वीट करके मदद मांग रहा है और सोनू उनकी मदद के लिए आगे भी आ रहे हैं। वो हर किसी को जवाब भी दे रहे हैं और आश्वासन दिला रहे हैं कि वो उन्हें उनके घर जरूर पहुंचा देंगे। इस बीच सोनू सूद से एक ट्विटर यूजर ने कहा- सोनू भाई मैं अपने घर में फंसा हूं मुझे ठेके तक पहुंचा दो। जवाब देते हुए सोनू सूद ने कहा- भाई मैं ठेके से घर तक तो पहुँचा सकता हूँ । ज़रूरत पड़े तो बोल देना।
ट्विटर पर सोनू सूद की खूब तारीफ हो रही है और लोग उन्हें अपने अपने तरीके से शुक्रिया अदा कर रहे हैं।
सोनू सूद ने इंडिया टीवी से बातचीत में कहा था- 'सब लोग उन्हें प्रवासी मजदूर बोल रहे हैं... उनका भी नाम है। जो लोग हमारे घर बनाते हैं, आज वो खुद अपने घर जाना चाहते हैं तो उनको भेज नहीं सकते हैं क्या? अगर हर एक शख्स उनकी मदद के लिए आगे आएगा तो सभी अपने-अपने घर पहुंच जाएंगे। हाईवे पर कदम बढ़ाते हुए उन्हें ऐसा लगता होगा कि हमने हमेशा देश को आगे बढ़ाने में मदद की, लेकिन आज हमें ही ऐसा करके बाहर निकाल दिया। इस समय उनकी मदद करना महत्वपूर्ण है। सभी लोगों को आगे आना चाहिए इससे अच्छा कोई टाइम नहीं हो सकता अपना दायित्व निभाने का।'
सोनू सूद: 'जो हमारा घर बनाते हैं, क्या हम उन्हें उनके घर नहीं भेज सकते'
कुछ महीने पहले सोनू सूद ने स्वास्थ्य कर्मियों के लिए अपने जुहू होटल की पेशकश की थी। इसके अलावा उन्होंने जरुरतमंदों के बीच भोजन वितरित किया। साथ ही रमजान के दौरान 25000 से ज्यादा प्रवासियों को भी खाना खिलाया। इसके साथ ही एक्टर ने पंजाब के डॉक्टर्स के लिए 1500 पीपीई किट्स भी दान किए थे।
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