शादी के बंधन में न बंध पाने का दुख जाहिर करते हुए मजनू, उदय से बोलता है- "आपकी शराफत के चक्कर में मैं कायदे में हूं... वरना अब तक मेरे खुद के दो-चार अलकायदे घूम रहे होते.."
शादी के बंधन में न बंध पाने का दुख जाहिर करते हुए मजनू, उदय से बोलता है- "आपकी शराफत के चक्कर में मैं कायदे में हूं... वरना अब तक मेरे खुद के दो-चार अलकायदे घूम रहे होते.."
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