मजनु भाई को उदय के पिता की तीसरी शादी के बारे में जानकारी मिलती है, इस पर तंज कसते हुए वो कहता है- "यहां बच्चों को सुबह से खाना नसीब नहीं हुआ कि बाप दिन में तीन बार लंच कर चुका है।"
मजनु भाई को उदय के पिता की तीसरी शादी के बारे में जानकारी मिलती है, इस पर तंज कसते हुए वो कहता है- "यहां बच्चों को सुबह से खाना नसीब नहीं हुआ कि बाप दिन में तीन बार लंच कर चुका है।"
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