विनोद खन्ना जब आचार्य रजनीश के अमेरिका वाले आश्रम पहुंचे तो ओशो ने उन्हें अपने गार्डेन के लिए पर्सनल माली के रूप में रख लिया। एक इंटरव्यू में विनोद ने स्वीकार किया कि वो रजनीश के आश्रम में माली का काम करते थे। इतना ही नहीं विनोद ने ओशो के आश्रम में टॉयलेट, बाथरूम और जूठे बर्तन भी साफ किए।
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