फिल्म 'जुदाई' में श्रीदेवी जैसी अदाकारा को उर्मिला ने बखूबी टक्कर दी। राम गोपाल वर्मा की 'सत्या' में अपने संजीदा अभिनय से उन्होंने एक अलग ही छाप छोड़ी। फिल्म 'चाइना गेट' का आइटम सॉन्ग 'छम्मा-छम्मा' ने उर्मिला को 'छम्मा-छम्मा गर्ल' के रूप में लोकप्रिय कर दिया। फिल्म 'भूत' के लिए उन्होंने सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का फिल्म फेयर क्रिटिक्स अवार्ड जीता। अमृता प्रीतम के उपन्यास पर आधारित फिल्म 'पिंजर' में उन्होंने गंभीर साहसी महिला का किरदार निभा कर फिर से अपने गहरे अभिनय की छाप छोड़ी तो 'प्यार तूने क्या किया' में प्यार में किसी भी हद तक गुजर जाने वाली युवती का किरदार निभाया। उन्हें इस फिल्म में निभाए गए नकारात्मक किरदार में भी पसंद किया गया। 'मैंने गांधी को नहीं मारा' में भी उनके काम की सबने तारीफ की। इस फिल्म को समीक्षकों ने खूब सराहा।