1979 में जयाप्रदा का परिचय बॉलीवुड से हुआ:
के. विश्वनाथ ने फिल्म सिरी सिरी मुव्वा (1976) को हिंदी में सरगम नाम से दोबारा बनाया गया। इसके जरिए ही जयाप्रदा की बॉलीवुड में एंट्री हुई। फिल्म हिट हुई और जयाप्रदा रातोंरात स्टार बन गईं। लेकिन यहां एक बड़ी दिक्कत उनके सामने आ खड़ी हुई और वो थी हिंदी न बोल पाना। इसी वजह से वो अचानक मिली सफलता को तुरंत भुना न सकीं, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी एक बार वो फिर से के विश्वनाथ की फिल्म कामचोर (1982) के जरिए हिंदी फिल्मों में वापसी करती हैं, जहां वो धाराप्रवाह हिंदी बोलती नजर आईं।