नई दिल्ली: बॉलीवुड सुपरस्टार श्रीदेवी के निधन के बाद 4 मार्च को उनके पति बोनी कपूर और बेटियां खुशी और जाह्नवी ने रामेश्वरम जाकर अस्थियां विसर्जित की थी। 8 मार्च को गुरुवार वाले दिन अनिल कपूर और मनीष मल्होत्रा के साथ एक बार फिर से बोनी कपूर को उत्तराखंड के हरिद्वार में अस्थियां विसर्जित करते देखे गया। अस्थिया विसर्जित करते वक्त बोनी काफी भावुक हो गये और अपने आंसू नहीं रोक पाए। कपूर परिवार से जुड़े एक सदस्य ने बताया कि दो बार अस्थियों को विसर्जित करने के पीछे श्रीदेवी की एक इच्छा थी।
दरअसल साल 1993 में फिल्म की एक शूटिंग के लिए वह हरिद्वार गई थीं। उस वक्त उन्होंने खुद से वादा किया था कि वो दोबारा हरिद्वार जरूर आएंगी। बिजी होने की वजह से श्रीदेवी दोबारा कभी हरिद्वार नहीं जा पाईं। ऐसे में पति बोनी कपूर ने श्रीदेवी की इस इच्छा को पूरी करने का फैसला किया। यही वजह है कि अंतिम संस्कार के बाद श्रीदेवी की अस्थियों के कुछ भाग का विसर्जन रामेश्वरम में किया गया तो कुछ भाग हरिद्वार में विसर्जित करने के लिए बचा लिया गया।
बताया जा रहा है कि अस्थियां विसर्जित करते वक्त बोनी कपूर फूट फूटकर रोए थे। हरिद्वार के वीवीआईपी घाट पर कपूर परिवार के पुजारी शिव कुमार पालीवाल और मनीष जायसवाल ने पूजा अर्चना करवाई। इस मौके पर बोनी कपूर के दोस्त और राज्यसभा सांसद अमर सिंह भी मौके पर मौजूद थे। हरिद्वार के मेयर मनोज गर्ग और उत्तराखंड के कृषि मंत्री सुबोध उन्याल भी मौके पर मौजूद थे।