साथ निभाना साथिया:
ये सीरियल एक ऐसी लड़की की कहानी के साथ शुरू हुआ था, जो अनपढ़ थी। जिसे खाना बनाने के अलावा कुछ नहीं आता था, एक बार तो उसने अपने बिजनेसमैन पति अहम मोदी का लैपटॉप भी साबुन और पानी से धुल दिया था। लेकिन गोपी नाम की ये लड़की वक्त के साथ बदली, उसने न सिर्फ पढ़ाई की बल्कि ड्राइविंग भी सीखी। जो स्त्री कभी सीट बेल्ट तक बांधना नहीं जानती थी वो आज फर्राटे से गाड़ी चलाती है, वो बिजनेस भी संभालती है और घर भी।
उसकी बेटी मीरा और विद्या आज के दौर की लड़कियां हैं। मीरा अपनी मां गोपी से बिल्कुल अलग है। वो पिता की उम्र के आदमी से शादी करती है, लेकिन बाद में जब उसे प्यार हो जाता है तो खुलकर अपनी भावना भी जाहिर करती है। वो शरारती है लेकिन समझदार है, वो शॉर्ट्स भी पहनती है, साड़ी भी पहनती है। वो अपने दुश्मनों से डरकर रोती नहीं है, उसे अपनी हर समस्या से निपटना अच्छे से आता है।