जयपुर: बॉलीवुड के खिलाड़ी अक्षय कुमार और भूमि पेडनेकर के अभिनय से सजी आगामी फिल्म ‘टॉयलेट: एक प्रेम कथा’ को लेकर इन दिनों काफी चर्चा बनी हुई है। दर्शक बेसब्री से फिल्म की रिलीज का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन अब खबर आई है कि एक स्थानीय अदालत ने फिल्म के निर्माताओं द्वारा कॉपीराइट अधिनियम के उल्लंघन मामले में दी गईं दलीलें सुनीं। जयपुर के फिल्म निर्माता प्रतीक शर्मा के वकील जी.डी. बंसल ने सोमवार को कहा, "आज जयपुर महानगर अदालत में दी गई दलीलों पर कोई फैसला नहीं हो सका और यह मंगलवार को भी जारी रहेगा।"
जयपुर महानगर अदालत में 7 जुलाई को वायाकॉम 18 और प्लान सी स्टूडियोज के खिलाफ शर्मा ने कॉपीराइट उल्लंघन का आरोप लगाया, जो रिलायंस एंटरटेनमेंट और फ्राइडेफिल्मवर्क्स का गठबंधन है। फ्राइडेफिल्मवर्क्स नीरज पांडे और शीतल भाटिया की कंपनी है और वायाकॉम 18 भी फिल्म निर्माण से जुड़ी है। (फैंस पर चढ़ा शाहरुख-अनुष्का की ‘जब हैरी मेट सेजल’ का खुमार, शुरु हुई एडवांस बुकिंग)
शर्मा ने आरोप लगाया है कि निर्माताओं ने उनकी फिल्म 'गुटरूं गुटर गूं' की पंचलाइन और विषय का इस्तेमाल किया है। वायाकॉम 18 के वकील एस.एस. होरा ने बताया, "हमने अदालत में ये दलीलें दीं कि कोई विचार या अवधारणा कॉपीराइट एक्ट के तहत नहीं आ सकती और एक्ट का कोई उल्लंघन नहीं हुआ है। इस तरह की चीजें पहले से ही पब्लिक डोमेन में हैं और शिकायतकर्ता को कोई राहत नहीं मिलनी चाहिए।" जयपुर महानगर अदालत ने 26 जुलाई को 'टॉयलेट: एक प्रेम कथा' के निर्माताओं से जवाब दाखिल करने या 31 जुलाई को कॉपीराइट उल्लंघन मामले में दलीलें पेश करने के लिए कहा था।