बॉलीवुड में इन दिनों बायोपिक फिल्मों का दौर है। हाल के दिनों की बायोपिक फिल्मों पर नजर डालें तो कपिल देव की जिंदगी पर आधारित फिल्म 83 रिलीज को तैयार है। इसके अलावा बॉलीवुड अभिनेत्री आलिया भट्ट की अपनी आने वाली फिल्म गंगूबाई काठियावाड़ी में एक बायोपिक किरदार निभाने वाली हैं।
ऐसा कई बार देखने को मिला है कि जब भी बायोपिक फिल्मों की बात आती हैं तो जिस किरदार पर फिल्में बनाई जाती हैं उसकी जिंदगी से जुड़ी हर सच्चाई को दिखाने का वादा किया जाता है। मगर जिस शख्स के ऊपर ये बायोपिक बनाई जाती है उसके चाहने वाले हमेशा इस बात की शिकायत करते हैं कि किसी की जिंदगी की कहानी को फिल्मी पर्दे पर उतारने की वजह से किसी तरह का छेड़छाड़ नहीं होना चाहिए।
बॉलीवुड फिल्मों में खासतौर पर सिनेमाई अनुभव देने के लिए कई निर्माता कई लटके झटके और मसाला कंटेंट बनाने के तौर पर बायोपिक में भी इस तरह का रंग भरने की कोशिश करते हैं मगर ऐसा कई बार दर्शकों के साथ उस इंसान के चाहने वालों को भी ये बात रास नहीं आती जिसके ऊपर बायोपिक बनाई जाती है।
बायोपिक के लिए बेहद काबिल है राज कपूर की जिंदगी की कहानी
अमूमन राजनेताओं खिलाड़ियों और ऐतिहासिक महत्व रखने वाले योद्धाओं के साथ-साथ बॉलीवुड के सितारों के ऊपर भी फिल्में बनाई गई हैं। बीते दिनों संजय दत्त की जिंदगी पर आधारित फिल्म 'संजू' एक उदाहरण हैं। यह फिल्म कमर्शियल फिल्मों के तौर पर एक बेहतर हिट साबित हुई। ऐसे में हमशा कहा जाता रहा है कि दिग्गज फिल्ममेकर और अभिनेता राज कपूर की जिंदगी भी बायोपिक शानदार साबित होगी। राज कपूर की जिंदगी सिनेमाई कहानी के तौर पर बेहतर साबित होगी, उनकी जिंदगी में न सिर्फ सिनेमाई कहानियों के पहलू हैं बल्कि बॉलीवुड का पूरा एक युग समाया हुआ है। फिल्म निर्माता, राज कपूर की जिंदगी को पर्दे पर उतारने के लिए काफी उत्सुक होंगे, मगर उनके चाहने वालों और उनके परिवार के सामने भी यही चिंता सताती रही है कि राज कपूर की जिंदगी को किसी तरह से सनसनीखेज नहीं बनाया जाए।
राज कपूर की बायोपिक पर था ऋषि कपूर को ऐतराज
राज कपूर के बेटे और दिग्गज कलाकार ऋषि कपूर का भी मानना था कि यदि राज कपूर की जिंदगी के ऊपर फिल्म बने तो इसकी कहानी से फिल्म जगत के किसी भी परिवार को ठेस न पहुंचे। एक इंटरव्यू में ऋषि कपूर ने कहा, "मैं समझ सकता हूं कि आज की पीढ़ी राज कपूर की निजी और पेशेवर जिंदगी के बारे में जानने को इच्छुक है लेकिन अगर बायोपिक बनी तो कहानी के साथ पूरी सावधानी बरती जाएगी, इस पर संदेह होता है, ऋषि कपूर ने अपना डर जाहिर किया कि उन्हें ये चिंता सताती है कि अगर उनके पिताजी पर बायोपिक बनी तो कुछ सनसनीखेज डालने के चक्कर में निर्माता किसी को ठेस न पहुंचा दें।"
बायोपिक फिल्में बनाना निर्माताओं के लिए है टेढ़ी खीर
बायोपिक फिल्में बनाना निर्माताओं के लिए एक टेढ़ी खीर साबित होती है क्योंकि उनके लिए हर किसी की भावनाओं का सम्मान करते हुए इस फिल्म को बनाना होता है। हाल के दिनों में 'पद्मावत' फिल्म की रिलीज के दौरान हुआ विवाद जगजाहिर हैं। एक बार फिर से करणी सेना की तरफ पृथ्वीराज चौहान के ऊपर बनाई जा रही फिल्म 'पृथ्वीराज' के टाइटल के ऊपर सवाल उठाया था, कि इस फिल्म में एक ऐसे ऐतिहासिक शासक की कहानी है, जिसने राजपूतों की शान बढ़ाई है, इस वजह इस फिल्म का नाम सिर्फ 'पृथ्वीराज' न रख उनके पूरे नाम के साथ रिलीज की जाए। साथ ही करणी सेना ने इस बारे में भी निर्माताओं से अपील की है कि फिल्म में किसी तरह से तथ्यों के साथ छेड़-छाड़ नहीं होना चाहिए।