ऐक्ट्रेस तमन्ना भाटिया का कहना है कि 'आज हम पिंजरे में बंद जानवरों की तरह कैद हैं'। उन्होंने कहा कि ब्रह्मांड ने हमें इस तथ्य पर चिंतन करने का समय दिया है। तमन्ना ने कहा, "लॉकडाउन इस समय की जरूरत है और यदि हम सामाजिक दूरी नियम का पालन नहीं करते हैं और एक प्रभावी चिकित्सा समाधान प्राप्त होने तक बाहरी गतिविधियों को सीमित नहीं करते हैं, तो (कोरोना) मामले कई गुना बढ़ जाएंगे।"
उन्होंने कहा, "इस अभूतपूर्व संकट ने बहुत सारे निर्दोष लोगों की जान ले ली है और अर्थव्यवस्था, विशेष रूप से छोटे व्यवसायों को चोट लगी है। हो सकता है कि ब्रह्मांड हमें उन सभी नुकसानों के लिए सबक सिखा रहा है, जो हमने प्रकृति और जानवरों को पहुंचाया है।" अभिनेत्री को लगता है कि, "आज हम पिंजरे में बंद जानवरों की तरह कैद हैं। ब्रह्मांड ने हमें इस पर चिंतन करने का समय दिया है।"
'लेटसऑलहेल्पडॉटओआरजी' की चीफ तमन्ना भाटिया लॉकडाउन होने के बाद से अपनी टीम के साथ मिलकर 50 टन से अधिक भोजन जुटाने में सफल रहीं है और उन्होंने मुंबई की बस्तियों, ओल्ड एज होम और शेल्टर में रह रहे 10 हजार से अधिक लोगों के जरूरतों को पूरा किया है।