तापसी पन्नू इस बार अपनी फिल्म के लिए घरेलू हिंसा जैसे सामाजिक मुद्दे को उठाती नजर आई हैं। उनकी फिल्म थप्पड़ 28 फरवरी को रिलीज हो गई है। फिल्म को क्रिटिक और ऑडियन्स दोनों से अच्छे रिव्यू मिल रहे हैं। थप्पड़ के रिलीज होते ही सोशल मीडिया पर बॉयकॉट थप्पड़ ट्रेंड होने लगा था। तापसी और फिल्म के डायरेक्टर अनुभव सिन्हा के दिसंबर में सीएए के खिलाफ अपने विचार साझा करने की वजह से थप्पड़ को बॉयकॉट किया जा रहा है।
फिल्म को बॉयकॉट करने के ट्रेंड पर तापसी पन्नू का बयान आया है। तापसी ने टाइम्स ऑफ इंडियो को बताया, मुझे लगता है किसी भी एक्टर का पर्सनल ओपिनियन से उसके काम पर प्रभाव नहीं पड़ना चाहिए। मुझे नहीं लगता है इसे इतना बढ़ाना चाहिए। एक हैशटैग को ट्रेंड कराने के लिए 1000-2000 ट्वीट करने होते हैं। क्या यह एक फिल्म को प्रभावित कर सकता है? मुझे नहीं लगता है। मेरे सामाजिक और राजनीतिक चीजों पर बाकि लोगों से अलग विचार हो सकते हैं लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि लोग मेरी फिल्म देखने ना जाएं। एक एक्टर कभी भी फिल्म से बड़ा नहीं होता है। एक फिल्म से हजारों लोग जुड़े होते हैं। अगर आप किसी एक्टर के सामाजिक और राजनीतिक विचारों की वजह से फिल्म देखने नहीं जाते हो तो यह बेवकूफी है।
थप्पड़ में तापसी पन्नू के साथ पवैल गुलाटी, दिया मिर्जा, रत्ना पाठक शाह, कुमुद मिश्रा, तनवी आज़मी और गीतिका विद्या अहम भूमिका निभाते नजर आएंगे।
घरेलू हिंसा को 'मामूली' समझने वालों की आंखें खोलेगी 'थप्पड़', इन वजहों से जरूर देखनी चाहिए फिल्म
फिल्म की बात करें तो यह अमृता नाम की महिला की कहानी है जो पति के पार्टी में सभी के सामने थप्पड़ मारने के बाद उनसे तलाक लेती हैं।