नई दिल्ली: बनारस का घाट, मंदिर के झंडे का बहती हवा के साथ अज़ान की धुन पर लहराना। अचानक इस सुकून और शांति को दफन करती एक आतंकवादी हमले की खबर, अखबारों की हेडलाइंस। फिर एनकाउंटर के बाद शुरू होती एक अलग कहानी। एक परिवार पर साजिश और आतंकवादियों को सपोर्ट करने का आरोप... और फिर खुद को उन्ही आरोपों से बचाने और देशभक्त साबित करने की कोशिश। ये कहानी है जब आपके अपने ही आपको पराया कर देते हैं, फिर उसी अपनेपन को हासिल करने की....खुद को बेगुनाह साबित करने के संघर्ष की एक अनोखी दास्तां हैं फिल्म 'मुल्क'।
दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर, तापसी पन्नू, आशुतोष राणा, प्रतीक बब्बर, रजत कपूर और मनोज पाहवा जैसे बेहतरीन सितारों के अभिनय से सजी फिल्म 'मुल्क' का ट्रेलर रिलीज हो चुका है। फिल्मकार अनुभव सिन्हा के निर्देशन में बनी इस फिल्म के ट्रेलर के बीच में एक लाइन "बेस्ड ऑन ट्रू इवेंट्स".. ये बताती हैं की ये फिल्म किसी सत्य घटना पर आधारित हैं। इसलिए आज हम आपको इस फिल्म के ट्रेलर रिव्यू के साथ बताएँगे की ये फिल्म कौन सी सच्ची घटना पर आधारित हो सकती है।
ट्रेलर को देखकर लगता है कि इस फिल्म की पटकथा 2006 के बनारस सीरियल ब्लास्ट पर आधारित हो सकती है । ये कहानी 2006 से 2008 के बीच की घटनाओं की है, क्योंकि पहले खबर बम ब्लास्ट की फिर एक अखबार की हैडलाइन में पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनज़ीर भुट्टो की हत्या की खबर, फिर पुलिस एनकाउंटर... ये घटनाये इशारा करती हैं की कहानी बनारस बम ब्लास्ट,..बटला हाउस एनकाउंटर पर आधारित हो सकती है... साथ ही इन्हीं घटनाओं से जुड़े एक ऐसे परिवार की कहानी है जो खुद को बेकसूर साबित करने की लड़ाई लड़ रहा है।
अगर अब बात ट्रेलर की करें तो यह कहानी एक मुस्लिम परिवार की है, जिसे एक आतंकी घटना के बाद कई संगीन आरोपों का सामना करना पड़ता हैं। ऋषि कपूर, नीना गुप्ता, आशुतोष राणा,तापसी पन्नू , प्रतीक बब्बर और रजत कपूर जैसे कलाकार की मौजूदगी फिल्म को काफी लोकप्रिय बना रही है... ट्रेलर का हर डायलॉग फिल्म की कहानी बयान कर रहा है। ऋषि कपूर का एक मजबूर मुसलमान का किरदार काफी प्रभावित कर रहा हैं... जब मुराद अली मुहम्मद का किरदार निभा रहे ऋषि के घर पर किसी ने लिखा, "पाकिस्तान जाओ" उसपर उनका गुस्से से कहना'पाकिस्तान ही लिखेंगे ना अगर कुछ घर आज भी पाकिस्तान के जितने पर पटाखे बजायेंगे तो'।
ट्रेलर के अंत में ऋषि का दमदार डायलॉग, "मेरे घर में मेरा स्वागत करने का हक़ उन्हें किसने दिया... ये मेरा उतना ही घर है कि जितना ये आपका और अगर आप मेरी दाढ़ी और ओसामा बिन लादेन की दाढ़ी में फ़र्क़ नहीं कर पा रहे तो भी मुझे हक़ है मेरी सुन्नत निभाने का"।
इस फिल्म के लिए दर्शकों की उत्सुकता को और ज्यादा बढ़ा रहा है। वहीं तापसी पन्नू एक वकील के किरदार में उतना कुछ खास करती दिखाई नहीं दे रहीं लेकिन उनसे बेहतर अभिनय की उम्मीद की जा सकती हैं.. तो दूसरी तरफ आशुतोष राणा अपने जबरदस्त अंदाज के साथ एक बार फिर दमदार भूमिका में नजर आ रहे हैं। सत्य घटना पर आधारित इस फिल्म का लेखन भी अनुभव सिन्हा ने ही किया है, जो इसी साल 3 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी।