सुशांत सिंह राजपूत मामले में उनके पिता केके सिंह के वकील विकास सिंह ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि सुशांत को 2019 तक कोई मानसिक बीमारी नहीं थी। रिया के जिंदगी में आने के बाद उनका मानसिक संतुलन बिगड़ा था। उनके परिवार को सिर्फ एंजाइटी के बारे में जानकारी थी। उनकी बहन ने घबराहट के लिए दवाईयों की सलाह दी थी। विकास सिंह ने ये भी कहा कि सुशांत के पिता और परिवार ने ये फैसला लिया है कि कोई भी किताब, फिल्म और सीरियल अगर सुशांत के ऊपर लिखी जाएगी तो इसके लिए उनके पिता की लिखित मंजूरी लेनी पड़ेगी।
सुशांत के पिता के वकील विकास सिंह ने कहा- "रिया के जिंदगी में आने के बाद सुशांत को मेंटल प्रॉब्लम शुरू हुई थी। परिवार के खिलाफ दुष्प्रचार हो रहा है। परिवार पर गलत आरोप लगाए जा रहे हैं।"
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विकास सिंह ने ये भी कहा कि सुशांत के नाम पर कोई एलआईसी पॉलिसी नहीं थी। पिता की सहमति के बिना सुशांत पर कोई भी सीरियल-फिल्म न बने और किताब न लिखे। 2019 तक सुशांत को कोई मानसिक बीमारी नहीं थी। उसकी बहन ने सिर्फ एंजाइटी की दवाई बताई थी। उन्हें सिर्फ एंजाइटी के बारे में पता था। वो 2013 से 2019 तक पूरी तरह से ठीक थे।
सुशांत सिंह राजपूत के पिता के वकील विकास सिंह ने कहा, "सुशांत सिंह की तीन बहनें मुझसे मिली और बोलीं कि मीडिया में एक कैंपेन चलाया जा रहा है उनकी फैमिली को बदनाम करने के लिए ताकि रिया को इससे फायदा मिले। कैंपेन के तहत दिखाया जा रहा है कि सुशांत के पास कोई बड़ी लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी थी, अगर सुसाइड दिखाया जाता तो पैसा नहीं मिलता। बता दूं कि ऐसी कोई पॉलिसी नहीं है। ये अभियुक्त को बचाने की कोशिश है। अगर ये आज के बाद नहीं रुका तो चैनलों के खिलाफ लीगल कार्रवाई की जाएगी।"
विकास सिंह ने ये भी आरोप लगाया है कि मुंबई पुलिस ने सुशांत के परिवार से जबरन मराठी में बयान लिखवाया। उनसे बयान पर जबरदस्ती साइन भी करवाया गया था।