सुशांत सिंह राजपूत केस में बार बार प्रोड्यूसर संदीप सिंह का नाम आ रहा है। संदीप कहते हैं कि वह सुशांत बहुत अच्छे दोस्त थें और वह 14 जून को सुशांत के निधन के दिन मीतू सिंह के साथ मौजूद थे। संदीप के साइन के बाद ही सुशांत के शव का पोस्टमार्टम किया गया था। बाद में संदीप पर सुशांत के मर्डर के आरोप में बाकि लोगों के साथ उनका भी नाम आया। हालांकि, उनके वकील ने सभी दावों का खंडन किया है और कहा है कि संदीप उन पर झूठे आरोप लगाने वालों के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करेगें।
संदीप के वकील दीपक साहू ने ट्विटर पर ये जानकारी साझा की। उन्होंने ट्वीट किया-संदीप सिंह उन लोगों के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करें जो अफवाह फैला रहे हैं और सभी झूठे आरोपों के पीछे हैं।
कुछ समय पहले यह दावा किया गया था कि संदीप सुशांत के निधन के कुछ दिनों बाद तक शव को हॉस्पिटल ले जाने वाली एंबुलेस के ड्राइवर के संपर्क में थे। ड्राइवर को कॉल करने पर संदीप सिंह के वकील ने बताया कॉल पेमेंट को लेकर किया गया था। दीपक साहू ने ट्वीट किया- "जब यह स्पष्ट है कि संदीप सिंह प्रक्रियात्मक औपचारिकताओं में मीतू सिंह (सुशांत की बड़ी बहन) की मदद कर रहा था, तो यह जानने के लिए उसका कोई रॉकेट साइंस नहीं था कि एम्बुलेंस ड्राइवर क्यों उन्हें पोन कर रहा था। पुलिस द्वारा एम्बुलेंस ड्राइवर को उसका नंबर दिया गया था।
उन्होंने आगे लिखा- मैं 14 जून को उनका फोन हैंडिल कर रहा था। ड्राइवर ने पेमेंट के लिए शाम को कई बार फोन किया। 16 तारीख को ड्राइवर ने फिर से फोन किया, जिसे 22 जून को क्लियर किया गया।
संदीप खुद को सुशांत को खास दोस्त बता रहे हैं लेकिन सुशांत के परिवार का कहना है कि वह संदीप को नहीं जानते हैं। सुशांत के कॉल रिकॉर्ड से भी पता चला है कि दोनों की बीते एक साल में कभी बात नहीं हुई है।