सुशांत सिंह राजपूत केस मेें मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि सुशांत डिप्रेशन की दवा खाते थे और एक्स मैनेजर दिशा सालियान की मौत के बाद अपना नाम जुड़ने से परेशान थे। वो गूगल पर अपना नाम, बायोपोलर डिस्ऑर्डर और पेनलेस डेथ सर्च करते थे।
सुशांत सिंह राजपूत केस में अब सियासी हलचल तेज हो गई है। आज बिहार विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) विधायक और सुशांत के रिश्तेदार नीरज कुमार सिंह ने मामले में सीबीआई जांच की मांग की है। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने भी उनका समर्थन किया है। वहीं, दूसरी तरफ शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि मुंबई पुलिस केस की जांच करने में सक्षम है।
बता दें कि बिहार पुलिस की टीम का नेतृत्व करने के लिए बिहार से मुंबई पहुंचे आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को बीएमसी द्वारा जबरन क्वारंटीन कर दिया गया है। अब इस मामले को लेकर महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि मुंबई पुलिस की जांच सही दिशा में चल रही है। वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आईपीएस विनय तिवारी मामले में कहा कि ये राजनीतिक नहीं है और जो हुआ, वो ठीक नहीं हुआ। इसको लेकर बिहार डीजीपी वहां के अधिकारियों से बात करेंगे।
बीएमसी ने भी अपनी सफाई पेश की है। बीएमसी का कहना है कि विनय तिवारी को मुंबई एयरपोर्ट पर घरेलू आगमन की गाइडलाइंस के तहत क्वारंटीन किया गया है। नियम के मुताबिक, कोई व्यक्ति अगर 5 दिन से ज्यादा के लिए किसी अन्य राज्य से फ्लाइट से आता है तो मुंबई में उसे क्वारंटीन होना पड़ता है। इसी लाइन पर बीएमसी ने क्वारंटीन का ठप्पा मारा है।
ये भी पढ़ें:
सुशांत सिंह राजपूत मामला : बिहार पुलिस ने मुंबई भेजा अपना 'सिंघम'
सुशांत के पूर्व स्टाफ मेंबर अंकित आचार्य का बड़ा खुलासा, बोले- 'हमेशा डरावनी कहानी सुनाती थीं रिया'