बॉलीवुड के लिए बेहद दुखद खबर है। मशहूर अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने मुंबई के ब्रांद्रा स्थित अपने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है। सुशांत के निधन की इस खबर ने सिनेमाजगत को हिलाकर रख दिया है। सुंशात ने ये कदम क्यों उठाया ये तो अभी साफ नहीं हो पाया है। सिनेमाजगत में सुशांत को 7 साल हो चुके हैं। इतने छोटे करियर में सुशांत ने कई बेहतरीन किरदार निभाए हैं। जानिए सुशांत की बेहतरीन पांच फिल्में कौन सी हैं।
किरदार : ईशान भट्ट
फिल्म - काय पो चे (2013)
टीवी के मशहूर सीरियल पवित्र रिश्ता के बाद सुशांत ने फिल्मों का रुख किया। सुशांत की पहली फिल्म काय पो चे थी। तीन युवाओं को केंद्र में रखकर बनाई गई इस फिल्म में ईशान के रूप में सुशांत का किरदार खेलों में रुझान रखने वाले एक युवा का है। उसे राजनीति, व्यापार आदि में कोई दिलचस्पी नहीं है लेकिन एक वक्त ऐसा आता है जब ईशान जाने अनजाने में सब कुछ कर जाता है। इस फिल्म के लिए सुशांत को फिल्मफेयर बेस्ट डेब्यू के लिए नॉमिनेट भी किया गया था।
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किरदार : रघु राम
फिल्म : शुद्ध देसी रोमांस (2013)
शुद्ध देसी रोमांस में सुशांत ने रोमांटिक किरदार निभाया था। फिल्म में सुशांत के साथ वाणी कपूर और परिणीति चोपड़ा भी थीं। पर्दे पर जिन दृश्यों को करने में अभिनेताओं को थोड़ी झिझक होती है उन दृश्यों को रघु के किरदार में सुशांत ने बेझिझक किया। सुशांत के इस किरदार को लोगों ने खूब सराहा।
किरदार : महेंद्र सिंह धोनी
फिल्म : एमएस धोनी : द अनटोल्ड स्टोरी (2016)
सुशांत के करियर में महेंद्र सिंह धोनी की बायोपिक मील का पत्थर साबित हुई। इस फिल्म में सुशांत ने बड़े पर्दे पर महेंद्र सिंह धोनी का किरदार निभाया। ये फिल्म सुपरहिट रही और सुशांत का करियर चल पड़ा। बिहार में ही पैदा हुए सुशांत को इस फिल्म में उसी बोली के साथ काम करने का मौका मिला और उन्होंने इस किरदार में ढलकर उम्दा काम किया।
किरदार : मंसूर खान
फिल्म : केदारनाथ (2018)
केदारनाथ में आई प्राकृतिक आपदा को केंद्र में रखकर बनाई गई इस फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत शुद्ध भाव से तीर्थ यात्रियों की सेवा करने वाले एक मुस्लिम युवक मंसूर खान के रूप में नजर आए। इस फिल्म को भी बॉक्स ऑफिस पर अच्छा रिस्पांस भी मिला था।
किरदार : अनिरुद्ध पाठक अन्नी
फिल्म : छिछोरे (2019)
फिल्म छिछोरे में अपने पांच दोस्तों के साथ मिलकर अन्नी के रूप में सुशांत अपने बेटे को एक सबक सिखाने के लिए पूरी फिल्म की कहानी रचते हैं। अपने स्कूल और कॉलेज के दिनों का उदाहरण देकर अन्नी अपने बच्चे को बताता है कि जिंदगी में असफल होने के बाद भी बहुत कुछ होता है। हम फिर से कोशिश कर सकते हैं। सुशांत की इस फिल्म को भी लोगों ने खूब पसंद किया।