मुंबई: सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की जांच कर रही सीबीआई टीम ने सोमवार को एक बार फिर अभिनेता के फ्लैटमेट सिद्धार्थ पिठानी और उनके कर्मचारी नीरज सिंह से पूछताछ की। साथ ही टीम ने फिर से वाटरस्टोन रिसॉर्ट का दौरा किया, जहां दिवगंत बॉलीवुड स्टार दो महीने रहे थे। सीबीआई सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पिठानी और सिंह से मुंबई के सांताक्रूज इलाके में डीआरडीओ गेस्ट हाउस में एक दिन पहले पूछताछ की गई थी।
इस दौरान इन दोनों के अलावा अभिनेता के एक और निजी कर्मचारी दीपेश सावंत से भी सीबीआई ने सुशांत के रिया से ब्रेकअप के बाद के व्यवहार के बारे में पूछा। जैसे, उसने सुशांत के धन और पेशे से जुड़े फैसले लिए या नहीं या क्या वाकई दिवंगत अभिनेता को उनके परिवार से दूर रखा गया था।
सीबीआई ने यह सवाल भी उठाए कि अभिनेता के अपने कमरे में मृत पाए जाने के तुरंत बाद पुलिस को क्यों नहीं बुलाया गया। उन्होंने पुलिस का इंतजार करने की बजाय खुद ही क्यों सुशांत का शव नीचे उतारा।
सूत्र ने बताया है कि सीबीआई पूछताछ के लिए रिया, उसके पिता इंद्रजीत, भाई शोविक और मां संध्या को भी बुलाएगी। इसमें सीबीआई रिया से पूछ सकती है कि उसने 8 जून को सुशांत का फ्लैट क्यों छोड़ा और दिवंगत अभिनेता के साथ उसके ब्रेकअप की वजह क्या थी। इसके अलावा सुशांत के इलाज और उसके पूर्व कर्मचारियों को निकालने की वजह भी सीबीआई पूछेगी।
सीबीआई रविवार को वाटरस्टोन रिसॉर्ट पहुंची और यह जानने की कोशिश की कि जब सुशांत वहां थे तो उनका व्यवहार कैसा था।
सूत्र ने बताया कि एजेंसी ने पिठानी, सिंह और सावंत के बयानों में असंगतता पाई थी। लिहाजा, उनसे बांद्रा के फ्लैट पर दोपहर 2.30 बजे फिर से अलग-अलग पूछताछ की। इस दौरान मुंबई पुलिस के वो लोग भी मौजूद रहे जो 14 जून को अभिनेता के मृत पाए जाने पर सुशांत के फ्लैट पर गए थे।
गुरुवार को जब से सीबीआई की टीम दिल्ली से मुंबई आई है, वह पिठानी और नीरज से तीन बार पूछताछ कर चुकी है। टीम पता लगाना चाहती है कि 8 जून को सुशांत की प्रेमिका रिया के जाने से लेकर 14 जून को सुशांत की मौत के बीच के दिनों में वास्तव में क्या हुआ था। इसके अलावा इस दौरान सुशांत ने किस-किस से बात की और 12 जून तक, जब तक उनकी बहन रहीं, उनका व्यवहार कैसा था।
अब टीम रिया और उसके परिवार के सदस्यों से पूछताछ कर सकती है।
बता दें कि सुशांत के पिता द्वारा पटना में रिया और उसके परिजनों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है। वहीं प्रवर्तन निदेशालय भी इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग एंगल की जांच कर रहा है।