सुशांत सिंह राजपूत ने 14 जून को अपने मुंबई स्थित घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मुंबई पुलिस में जांच में लगी हुई है। सुशांत के पिता के पटना में एफआईआर दर्ज कराने के बाद बिहार पुलिस भी जांच में लगी हुई है। एक केस में दो शहरों की पुलिस जांच में जुटी हुई है। अब यह केस किसके हाथ में रहेगा यह अभी तक पता नहीं चल पाया है। हो सकता है यह केस बिहार और मुंबई पुलिस को छोड़कर सीबीआई को ट्रांसफर हो जाए।
40 दिन से ज्यादा का समय बीत चुका है 40 से ज्यादा गवाहों के बयान दर्ज हो चुके हैं। उसके बावजूद मुंबई पुलिस सुशांत की मौत के मामले में जांच को लेकर अभी तक किसी निष्कर्ष पर नही पहुंची है। इस घटना मे कोई एफआईआर दर्ज की जाए या नही। सुशांत की मौत की मिस्ट्री से पर्दा हटना तो दूर की बात है। ऐसे में सुशांत के परिवार जनों द्वारा बिहार में रिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद इस मामले में नया ट्विस्ट आ गया है। मुंबई पुलिस जहां एफआईआर दर्ज हो या नही इस नतीजे पर भी नही पहुंची है। वही बिहार पुलिस सुशांत के परिवार के आरोपो के बाद एफआईआर दर्ज कर जांच के लिए एक टीम मुबंई भी पहुंच गई है।
ऐसे में सवाल है कि क्या एक ही घटना की जांच दो अलग अलग शहरों की पुलिस कैसे करेगी। क्या केस बिहार पुलिस को ट्रांसफर होगा या बिहार का केस मुंबई पुलिस को ट्रांसफर होगा या फिर जिस तरह से सोशल मीडिया में महाराष्ट्र सरकार से लगातार केस सीबीआई को ट्रांसफर करने का दवाब बनाया जा रहा है यह सीबीआई को भी ट्रांसफर करने की सरकार सोच सकती है।
बिहार में एफआईआर दर्ज होने के बाद अब रिया चक्रवती भी कानूनी सलाह लेने में जुट गई है। बिहार पुलिस की 4 सदस्यों की टीम मुंबई में है। ऐसे में रिया को अपनी मुसीबतें बढ़ती दिखाई दे रही हैं। रिया पर एफआईआर दर्ज होने और बिहार पुलिस के मुंबई में पहुंचने की खबर के बाद रिया ने अपने वकील को घर बुलाया और लगभग 3 घण्टे तक उनसे इस मामले में आगे की कानूनी सलाह ली।3 घण्टे बाद वकील अनंदिनी फर्नाडिज जब घर से निकली रिया के तो उन्हें मीडिया के कैमरों ने घेर लिया लेकिन उन्होंने बात नही की। वही मुंबई पहुंचते ही बिहार पुलिस की टीम ने मुंबई में सुशांत की आत्महत्या मामले की जांच में जुटी पुलिस टीम के कुछ बड़े अधिकारियों से इस मामले की जानकारी ली। बिहार पुलिस ने सुशांत केस से जुड़े कुछ दस्तावेज भी मांगे है साथ ही रिया और सुशांत के नौकरों के स्टेटमेंट की कॉपी भी।
(इनपुट-राजीव सिंह)