नई दिल्ली: बॉलीवुड फिल्मकार संजय लीला भंसाली के निर्देशन में बनी फिल्म 'पद्मावत' को लेकर चल रहा विवाद अब भी बरकरार है। हालांकि फिल्म में कई काट-छांट करने के बाद आज फिल्म रिलीज होने के लिए बिल्कुल तैयार है। लेकिन अब एक बार फिर से 'पद्मावत' में एक वकील द्वारा कुछ दृश्य हटाने की अपील पर सर्वोच्च न्यायालय 29 फरवरी को सुनवाई करेगा। न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा, न्यायमूर्ति ए.एम. खानविल्कर और न्यायमूर्ति डी.वाई चंद्रचूड़ की खंडपीठ ने याचिकाकर्ता अधिवक्ता एम.एल शर्मा द्वारा याचिका की सुनवाई 29 जनवरी को करने का आदेश दिया है।
याचिकाकर्ता ने न्यायालय के 20 नवंबर 2017 के उस आदेश का उल्लेख करते हुए अपील की है कि अदालत ने फिल्म ‘पद्मावत’ के 6 दृश्यों को यह कहते हुए हटा दिया था कि ये समाज की एकता को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इन दृश्यों में रानी पद्मावती और उनके आस-पास घटी घटनाओं का उल्लेख हुआ है।
न्यायालय के आदेश का हवाला देते हुए शर्मा ने कहा कि अगर फिल्म के 6 दृश्य समाज के लिए नुकसानदेह मानकर हटाए जा सकते हैं तो फिल्म 'पद्मावत' के सारे दृश्य हटा दिए जाने चाहिए क्योंकि वे समाज में विसंगति फैला रहे हैं। अदालत के आदेश को याद दिलाते हुए उन्होंने कहा कि अदालत द्वारा हटाए गए 6 दृश्यों को दोबारा उपयोग में नहीं लिया जा सकता तो 25 जनवरी को रिलीज हो रही फिल्म में वही दृश्य दोबारा शामिल क्यों किए गए हैं।