वेब सीरीज 'तांडव' रिलीज के बाद से ही विवादों से नाता टूटने का नाम नहीं ले रहा है। वेब सीरीज के मेकर्स के खिलाफ एक के बाद एक एफआईआर दर्ज हो रही हैं और जमकर विरोध भी रहा है। जिसके बाद अमेजन प्राइम इंडिया की प्रमुख अपर्णा पुरोहित, निर्माता हिमांशु कृष्ण मेहरा, सीरीज़ के लेखकर गौरव सोलंकी और एक्टर जीशान अयूब ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। टीम ने कोर्ट ने एफआईआर को रद्द करने का आग्रह किया है। जिसके चलते आज इसकी सुनवाई है।
यह यचिका उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, मध्य प्रदेश के साथ कई राज्यों में दर्ज की गई एफआईआर को रद्द कराने की मांग की है।
आपको बता दें नौ एपिसोड वाली 'तांडव' वेबसीरीज के 'तानाशाह' वाले एपिसोड में दो किरदारों के बीच हुई बातचीत पर सबसे ज्यादा आपत्ति जताई गई थी जिसे फिलहाल वेब सीरीज से हटा दिया गया है। उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले ही अमेजन प्राइम वीडियो की इस सीरीज के निर्माताओं एवं कलाकारों ने एक बार फिर से माफी मांगी थी और कहा था कि उन्होंने इस संबंध में चिंताओं को दूर करने के लिए कुछ बदलाव करने का फैसला किया है।
ट्रैक्टर रैली हिंसा के बाद आया सनी देओल का बयान, कहा- दीप सिद्धू से कोई संबंध नहीं है
इस सीरीज को लेकर विवाद के केंद्र में वह दृश्य है, जिसमें हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है। इस दृश्य में भगवान शिव का किरदार निभा रहे जीशान आयुब और नारद मुनि के बीच एक संवाद को लेकर आपत्ति जताई गई थी। यह दृश्य हटा दिया गया है। अब जीशान दर्शकों की तालियों के बीच भगवान शिव के वेश में मंच पर आते दिख रहे हैं और इस बीच, परिसर में पुलिस द्वारा एक छात्र को गिरफ्तार किये जाने को दिखाया जाना शुरू हो जाता जाता है।
साथ ही, सीरीज में प्रधानमंत्री देवकी नंदन सिंह के संवाद में दलित नेता कैलाश कुमार का अपमान करने वाले दृश्य को भी हटा दिया गया है। इसमें सिंह का किरदार तिगमांशु धूलिया, जबकि कुमार का किरदार अनूप सोनी निभा रहे हैं। सिंह और संध्या मृदुल के संध्या किरदारों के बीच दृश्य को भी छोटा कर दिया गया है। हालांकि, इसके बावजूद भी सीरीज पर संकट गहराता जा रहा है।
इस सीरीज का निर्देशन अली अब्बास जफर ने किया है। इसमें बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान, डिंपल कपाड़िया और मोहम्मद जीशान आयुब ने अभिनय किया है। इस बीच, महाराष्ट्र राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा है कि राज्य पुलिस को विवादास्पद वेब श्रृंखला 'तांडव' के बारे में एक शिकायत मिली है। देशमुख ने यहां पत्रकारों से बातचीत में मांग की कि केन्द्र सरकार को 'ओवर द टॉप (ओटीटी)' मंचों पर सामग्री को विनियमित करने के लिए एक कानून लाना चाहिए।
वरुण धवन ने शादी के बाद मिल रहे प्यार के लिए फैंस को कहा शुक्रिया, शेयर की नताशा के साथ तस्वीर
देशमुख ने कहा, 'हमें शिकायत मिली है। हम प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज करेंगे और औपचारिक रूप से कार्रवाई करेंगे।' उन्होंने यह नहीं बताया कि शिकायत किसने दर्ज कराई है। वहीं, उत्तर प्रदेश की चार सदस्यीय एक टीम बुधवार को मुंबई पहुंची। उत्तर प्रदेश में तीन प्राथमिकी दर्ज की गई है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। टीम के सीरीज के निर्माता, निर्देशकों और कलाकारों के बयान दर्ज करने की संभावना है। उन पर हिंदू देवी-देवताओं के अपने चित्रण के जरिए धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप हैं।
अधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस के कर्मी सुबह मुंबई पहुंचे और वे मदद के लिए उपनगरीय अंधेरी में पुलिस उपायुक्त (डिटेक्शन -1) के कार्यालय गये।
उधर, मध्यप्रदेश पुलिस ने 'तांडव' के निर्माताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस ने इसकी जानकारी दी। जबलपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) अमित कुमार ने बुधवार को बताया कि वेब सीरीज 'तांडव' के निर्देशक और अन्य के खिलाफ समाज के विभिन्न धार्मिक समूहों के बीच वैमनस्य को बढ़ावा देने और धार्मिक भावनाओं को नाराज करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गयी।
प्राथमिकी में दर्ज शिकायत की पुलिस जांच कर रही है। इस बीच, मध्यप्रदेश विधानसभा के अस्थायी अध्यक्ष रामेश्वर शर्मा ने भी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर मुंबई में भाजपा के विधायक राम कदम की शिकायत पर तांडव के निर्माताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग की है। उत्तर प्रदेश में सीरीज के खिलाफ लखनऊ, ग्रेटर नोएडा और शाहजहांपुर में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
इनपुट भाषा