आज से 37 साल पहले सन् 1984 में आई रोमांटिक फिल्म 'सोहनी माहिवाल' फिल्मों में रुचि रखने वालों के बीच खासा लोकप्रिय है। इस फिल्म को सनी देओल और पूनम ढिल्लों ने अपनी एक्टिंग और जबसदस्त केमिस्ट्री से लोगों का दिल जीता था। इस फिल्म को न सिर्फ फैंस पसंद करते हैं, बल्कि इसे आज भी कल्ट रोमांटिक फिल्मों के तौर पर याद किया जाता है। रिलीज के बाद यह फिल्म दर्शकों जेहन में जिस दिलचस्पी से याद की जाती है, उससे कहीं ज्यादा इसके बनने के किस्से पीछे के किस्से मशहूर हैं।
फिल्म को लेकर निर्माता बीआर चोपड़ा की क्या सोच थी और वह किन कलाकारों को लेकर फिल्म को बनाना चाहते थे? इसे लेकर उनकी तलाश कई चेहरों से होकर कैसे सनी देओल पर आकर टिक गई और कैसे फिल्म डिंपल कपाडिया से होते हुए पूनम ढिल्लों के नाम हो गई? इसकी कहानी भी कम दिलचस्प नहीं है।
जब इस फिल्म को बनाने की योजना बीआर चोपड़ा को आई तब इसे लेकर वह काफी उत्साहित हुए। फिल्म के महूरत को लेकर इसकी स्टारकास्ट लेकर दिलचस्पी दिखाते हुए निर्माता ने यह निर्णय लिया कि इस फिल्म की शुरुआत पंजाब की धरती पर होगी। वह तब के पंजाब के सीएम ज्ञानी ज़ैल सिंह से इस फिल्म के महूरत का उद्घाटन कराना चाहते थे।
आपको जान कर हैरानी हो सकती है कि फिल्म के मुख्य कलाकारों में उस वक्त 'माहिलाव' के तौर पर पहला नाम राजेश खन्ना का था। उस दौर में बीआर चोपड़ा की फिल्म 'कर्म' में राजेश खन्ना बतौर लीड एक्टर काम कर रहे थे। इस फिल्म के लिए वह राजेश खन्ना को कास्ट करना चाहते थे। पंजाब में 'कर्म' की शूटिंग के बाद जब बीआर चोपड़ा वापस मुंबई गए और यह 'कर्म' रिलीज हुई और बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाई। फिर 'सोहनी माहिवाल' के लिए राजेश खन्ना का नाम एक्टर के तौर पर नामंजूर कर दिया गया।
उस वक्त बीआर चोपड़ा के नजरों में कई नाम थे जो इस फिल्म के लीड रोल के तौर पर फाइलन किए जा सकते थे। राजेश खन्ना के बाद अभिनेता कुमार गौरव के नाम पर सहमती बनने वाली थी, मगर 'लव स्टोरी' जैसी बड़ी हिट देने वाले कुमार गैरव की डिमांड्स ज्यादा थी। कुमार गौरव के बाद लीड रोल की तलाश में राजीव कपूर पर आ कर रुकी, 'मगर राम तेरी गंगा मैली' को अपनी डेट्स देने के बाद राजीव कपूर भी इस फिल्म लीड रोल साइन नहीं किए जा सके।
बीआर चोपड़ा की तब मुश्किलें बढ़ीं। जिस बात की खबर धर्मेंद्र को लगी। उन्होंने इस रोल के लिए सनी देओल का नाम सुझाया। 'बेताब' से बतौर एक्टर अपनी एक्टिंग की शुरुआता करने वाले सनी देओल लोगों के बीच में एक अपने पिता की ही तरह मशहूर हो गए थे। 'माहिलाव' का रोल सनी देओल को ऑफर हुआ, और सनी देओल ने इसे स्वीकार कर लिया। सनी देओल और पूनम ढिल्लों की जोड़ी ने जो काम किया वह बॉलीवुड के इतिहास में दर्ज हो गया।
आज से 37 साल पहले रिलीज हुई इस फिल्म में कई दिग्गज कलाकारों - शम्मी कपूर, प्राण, तनूजा, जीनत अमान और गुलशन ग्रोवर ने काम किया। फिल्म सुपरहिट रही और सनी देओल को बॉलीवुड इंडस्ट्री में खुद को स्थापित करने में इस फिल्म से काफी मदद मिली।
जिस तरह सनी देओल इस फिल्म की पहली पसंद नहीं थे, उसी तरह पूनम ढिल्लों भी इस रोल के लिए पहले नहीं कास्ट की गईं। उस दौर स्क्रीन पर खूबसूरती और अदाकारी की मिलास के तौर पर डिंपल कपाड़िया का अपना सिक्का चलता था। इस फिल्म के लिए डिंपल को ;सोहनी' का रोल ऑफर किया गया था। मगर फिल्म 'सागर' को अपनी डेट्स देने की वजह से वह इस फिल्म का हिस्सा नहीं हो पाईं और ये किरदार आखिरकार पूनम ढिल्लों को ऑफर किया।