सनी देओल (Sunny Deol) ने इंडिया टीवी के शो आप की अदालत में अपनी ज़िंदगी के कई राज़ खोले। उन्होंने इंडिया टीवी के चेयरमैन और एडिटर इन चीफ रजत शर्मा के कई सवालों का जवाब दिया। सनी ने बताया कि वो बचपन में पढ़ाई में कमज़ोर थे और इसका कारण ये था कि उन्हें स्पोर्ट्स में दिलचस्पी थी। उन्हें जब भी समय मिलता था, वो खेलने निकल जाते थे। रजत शर्मा ने उनसे पूछा कि क्या पढ़ाई न करने के पीछे की वजह लड़कियां थीं तो सनी ने कहा कि नहीं मैं बचपन में लड़कियों से बहुत शर्माता था। मैं इंग्लैंड पढ़ाई करने भी इसीलिए गया था ताकि मेरी शर्म निकल जाए। हालांकि शर्म ने अभी तक मेरा पीछा नहीं छोड़ा है।
उन्होंने कहा कि एक्टिंग करते वक्त हम उसके रंग में रंग जाते हैं। हम कैरेक्टर के अनुसार खुद को ढाल लेते हैं। स्टेज पर मेरी हालत खराब हो जाती है, लेकिन एक्टिंग करते वक्त मैं सही हो जाता हूं।
सनी से पूछा गया कि वो कौन से एक्टर्स के साथ अब काम करना नहीं चाहते। उन्होंने कहा कि अब मैं सबके साथ काम करना चाहता हूं, लेकिन करियर के शुरुआत में ऐसे कुछ एक्टर्स थे, जो असुरक्षा की भावना में कैमरे के सामने कुछ भी कर जाते थे। इससे फिल्म भी खराब होती थी। तब मुझे गुस्सा आता था कि हम यहां एक्टिंग करने आए हैं या लड़ने। श्रीदेवी भी ऐसा ही करती थीं, लेकिन चालबाज के दौरान मैं उन पर नज़र रखता था। वो जो करती थीं, मैं वैसा ही करता था।
रजत शर्मा ने सनी से उनके रील और रियल लाइफ में गुस्से के बारे में पूछा तो पहले सनी हंस पड़े। फिर बताया कि वह असल जिंदगी में गुस्सेवाले नहीं हैं। उन्होंने कहा- ''उन्हें फिल्मों में भी तभी गुस्सा आता है जब उनका किरदार उस परिस्थिति में हो।''
उन्होंने कहा कि वो असल जिंदगी में भी ऐसे ही हैं और अपने परिवार को लेकर बहुत प्रोटेक्टिव हैं। अगर कोई उनकी करीबी लोगों के खिलाफ कुछ बोलता है तो उन्हें गुस्सा आ जाता है। इसके साथ ही मजाक में उन्होंने कहा- ''मैं पंजाबी हूं उस वजह से भी गुस्सा आता है।''
सनी ने डर के सेट पर अपने गुस्से का जिक्र करते हुए बताया कि फिल्म में वो कमांडो के रोल में थे, फिट थे तो उन्हें कोई (शाहरुख खान) चाकू कैसे मार सकता है। इस बात पर वो इतना गुस्सा हुए थे कि उन्होंने अपने हाथ में अपनी जींस की जेब फाड़ ली थी।
रजत शर्मा ने उनसे पूछा कि इसके बाद आपने शाहरुख से 16 साल तक बात नहीं की। इस पर सनी ने कहा- ''ऐसा नहीं है। मैं ज्यादा सोशलाइज नहीं होता, पार्टियों में नहीं जाता। मैं किसी से कैसे बात करूंगा।''
सनी ने कहा कि उन्हें बचपन से गाड़ी चलाना बहत पसंद था। बचपन में जब उन्हें गाड़ी चलाने से मना किया जाता था तो वो रात को चुपचाप गाड़ी ले जाते थे और लॉन्ग ड्राइव पर निकल जाते थे। आज के समय में भी वह अपनी गाड़ी से खुद ड्राइव करके जाना पसंद करते हैं। उन्हें फ्लाइट से ज्यादा ड्राइव करना पसंद है।
Also Read:
आप की अदालत: जानिए सनी देओल को इतना गुस्सा क्यों आता है?
आप की अदालत: सनी देओल बचपन में थे मस्तीखोर, कार चलाने का था शौक
आप की अदालत: जानिए सनी देओल को इतना गुस्सा क्यों आता है?