मुंबई: प्रभास की पहचान बनाने, उन्हें लार्जर दैन लाइफ बनाने के पीछे सबसे महत्वपूर्ण लोगों में से एक एसएस राजामौली भी हैं। बाहुबली की शूटिंग करते हुए, एसएस राजामौली ने अपने 'दोस्त' प्रभास को महेंद्र और अमरेंद्र बाहुबली के रूप में मैग्नम ऑपस के तौर पर पेश किया, इस रोल में खुद को उतरने के लिए प्रभास ने अपने करियर के 4-5 साल दिए।
प्रभास और एसएस राजामौली एक के बीच बहुत अच्छा बॉन्ड है। यह आश्चर्य की बात नहीं है कि प्रभास ने राजामौली से अपनी नई फिल्म साहो के बारे में राय ली थी। प्रशंसकों को लगा था कि एस एस राजामौली ने शायद साहो नहीं देखी होगी लेकिन आईबी टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक राजामौली ने थियेटर में रिलीज होने से पहले ही प्रभास की फिल्म साहो देख ली थी।
इतना ही नहीं, रिपोर्ट में कहा गया है कि राजामौली ने कुछ सुझाव भी दिए थे। राजामौली ने प्रभास और सुजीत को फिल्म की लंबाई को कम करने के लिए कहा। हालांकि उनकी सलाह अनसुनी हो गई, इस तरह न केवल प्रभास की फिल्म पर तो असर हुआ ही कथित तौर पर प्रभास और एसएस राजामौली की दोस्ती के बीच दरार पैदा हुई।
बता दें, साहो जब से रिलीज हुई है क्रिटिक्स की आलोचना झेल रही है। इस फिल्म की कहानी और निर्देशन बहुत सुस्त था। फिर भी प्रभास के फैन्स बड़ी संख्या में ये फिल्म देखने पहुंच रहे हैं और वर्ल्डवाइड यह फिल्म 350 करोड़ की कमाई भी कर चुकी है। हिंदी भाषा में इस फिल्म की कमाई 110 करोड़ से ज्यादा हो गई है। उम्मीद की जा रही थी कि बाहुबली जैसी कंटेंट ड्रिवेन फिल्म देने वाले प्रभास एक और शानदार फिल्म लेकर आएंगे लेकिन वो इससे चूक गए।
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