श्रीदेवी के निधन को तीन साल हो चुके हैं। अभिनेत्री के यूं चले जाने के बाद भारतीय फिल्म इंडस्ट्री का एक ऐसा नगीना चला गया जिसकी भरपाई कभी नहीं की जा सकती। पांच दशकों के अपने करियर के दौरान श्रीदेवी ने कई भाषाओं में फिल्में कीं जिनमें एक्शन, ड्रामा से लेकर कॉमेडी हर तरह की फिल्में शामिल हैं। दिवंगत अभिनेत्री ने एक बाल कलाकार के रूप में अपना करियर शुरू किया और बिना किसी ब्रेक के अपनी एक्टिंग को जारी रखा। कम उम्र की होने के बावजूद उन्होंने एक वयस्क महिला के रूप में बालचंदर के निर्देशन में बनी फिल्म 'मंदरू मुदिचू' में एक्टिंग की थी।
छोटी उम्र में श्रीदेवी ने निभाया था रजनीकांत की सौतेली मां का किरदार
श्रीदेवी महज 13 साल की थीं जब उन्होंने एक विवाहित महिला की भूमिका निभाते हुए सभी को चौंका दिया था। फिल्म में अन्य किरदारों के रूप में अभिनेता कमल हासन के साथ रजनीकांत ने भी एक्टिंग की थी। फिल्म के बारे में एक दिलचस्प जानकारी यह है कि श्रीदेवी ने रजनीकांत की सौतेली मां की भूमिका तब निभाईं जब वह केवल 13 साल की थीं।
क्या थी फिल्म की कहानी?
'मंदरू मुदिचू' एक रोमांटिक फिल्म के रूप में शुरू होती है, एक रिवेंज ड्रामा में बदल जाती है। फिल्म में कमल और रजनीकांत रूममेट्स और दोस्त रहते हैं, जो श्रीदेवी के किरदार के प्यार में पड़ जाते हैं। हालांकि, श्रीदेवी का किरदार कमल के किरदार से प्यार करता है, जो रजनीकांत के किरदार को अच्छा नहीं लगता है। फिल्म में ट्विस्ट यह रहता है कि एक नाव की सवारी के दौरान रजनीकांत का किरदार कमल हासन के किरदार को मार देता है, यह सोच कर कि आखिर में श्रीदेवी का किरदार उसका हो जाएगा।
फिल्म में रजनीकांत के किरदार से बदला लेने के लिए, श्रीदेवी उनके पिता से शादी करती हैं और इस तरह वह फिल्म में अभिनेता की सौतेली मां का किरादर निभातीं है, जो रजनीकांत को मानसिक रूप से तब तक प्रताड़ित करती हैं जब तक कि वह उनसे माफी नहीं मांग लेते।
श्रीदेवी को मिले थे रजनीकांत से ज्यादा पैसे
'मंदरू मुदिचू' को अपने समय से बहुत आगे की फिल्म बताई गई और सभी स्टार कलाकारों को उनके अविश्वसनीय प्रदर्शन के लिए सराहा गया था। इसके अलावा, यह भी बताया जाता है कि फिल्म के लिए श्रीदेवी को रजनीकांत से अधिक पेमेंट की गई थी जो उस वक्त के लिहाज से काफी ज्यादा थी।