लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों के लिए सोनू सूद मसीहा बनकर सामने आए थे। उन्होंने हजारों प्रवासियों को उनके घर तो पहुंचाया ही साथ ही उनके खाने और जरुरत की चीजों का भी खास ख्याल रखा। अब सोनू सूद ने किर्गिस्तान में फंसे छात्रों को एयरलिफ्ट कराकर उनकी मदद की है। उन्होंने वहां फंसे मेडिकल में 135 छात्र छात्राओं को वापस सुरक्षित उनके वतन लेकर आए हैं।
अपने वतन लौटने के बाद सभी छात्रों के चेहरे पर खुशी की लहर है और सभी सोनू सूद को दिल के आभार व्यक्त कर रहे है। दरसअल किर्गिस्तान के एशियन मेडिकल इस्टीट्यूट में यूपी और बिहार के अलग अलग जिलो के 135 छात्र मेडिकल की पढ़ाई के लिए गए थे जो मार्च महीने में लॉकडाउन लगने के बाद वही फंस गए। पहले इन्होंने सरकार और एम्बेसी से मदद मांगी लेकिन जब हताश हुए तो उन्होंने ट्विटर पर वीडियो बना सोनू सूद तक अपना मैसेज पहुंचाया।
सोनू सूद इनकी मदद के लिए आगे आए और आज देर रात स्पाइस जेट के विमान ने ये छात्र और छात्राओं को किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक के मानस इंटरनेशनल एयरपोर्ट से वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट पहुंचाया गया। अपने वतन आने के बाद सभी छात्र सोनू सूद का आभार जता रहे है वही उनका कहना है कि जिस लगन से वह अपने देश वासियों की सेवा कर रहे है यदि कोरोना की दवा बनाने की जिम्मेदारी उन्हें दे दी जाए तो जल्दी ही उसमे भी सफलता मिल जाएगी।
सोनू सूद ने भी ट्वीट करके छात्र-छात्राओं के घर वापिस आने पर खुखी जाहिर की है। सोनू सूद ने ट्वीट किया-"इसे देखकर मेरी खुशी का ठिकाना नहीं है कि किर्गिस्तान से वाराणसी के लिए पहली फ्लाइट निकल गई है। बच्चे जल्द से जल्द अपनी डिटेल्स बताएं।"